Ranaji Trophy Andhra Pradesh vs Madhya Pradesh: आंध्र प्रदेश और मध्य प्रदेश के बीच रणजी ट्रॉफी का क्वार्टर फाइनल खेला जा रहा है. मध्य प्रदेश ने टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का फैसला किया. बल्लेबाजी करने उतरी आंध्र प्रदेश ने पहली पारी में 379 रनों का स्कोर किया. पहली पारी में बल्लेबाजी करने उतरी मध्य प्रदेश की टीम ने 97 रन के स्कोर पर तीन विकेट गंवा दिए हैं. आंध्र प्रदेश की पारी के दौरान कप्तान हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) ने कुछ ऐसा किया कि उनकी जमकर तारीफ हो रही है.
दरअसल, आंध्र प्रदेश के कप्तान हनुमा विहारी की (Hanuma Vihari) आवेश खान की तेज बाउंसर गेंद से कलाई टूट गई. इसके बाद भी बुधवार को मैच के दूसरे दिन वह बल्लेबाजी करने उतरे. जब उनको चोट लगी तो वह 16 रन बनाकर बल्लेबाजी कर रहे थे. कलाई में चोट लगने के बाद वह रिटायर्ड हर्ट होकर मैदान से बाहर चले गए. उनको तत्काल अस्पताल ले जाया गया. उनकी कलाई को स्कैन किया गया. स्कैन में पुष्टि हुई कि उनकी कलाई टूट गई है. फिर भी वह मैच के दूसरे दिन (बुधवार) को बल्लेबाजी करने उतरे.
इससे पहले भी हनुमा विहारी कर चुके हैं ऐसा
हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) ने 57 गेंदों का सामना करते हुए 27 रनों की पारी खेली. इस दौरान उनके बल्ले से पांच चौके निकले. कलाई टूटने के बाद भी वह आवेश खान को दर्द में भी लगातार दो चौके जड़े. उनकी इस दिलेरी की जमकर तारीफ हो रही है. आपको बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है. हनुमा विहारी पहले भी अपना जज्बा दिखा चुके हैं. साल 2020-21 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान चोट लगने के बाद भी आर अश्विन के साथ बल्लेबाजी की थी. इस सीरीज को टीम इंडिया ने 2-1 से जीता था.
विहारी से पहले इन खिलाड़ियों ने दिखाया जज्बा
हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) के अलावा इससे पहले टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा और अनिल कुंबले भी चोट लगने के बाद भी क्रीज पर उतकर टीम को जीत दिलाने की कोशिश की है. पिछले साल के आखिरी में टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे वनडे मैच में घायल होने के बाद भी बल्लेबाजी करने क्रीज पर उतरे थे. इससे पहले अनिल कुंबले भी ऐसा कर चुके हैं. अनिल कुंबले ने टूटे जबड़े के साथ गेंदबाजी की थी.