Ravindra Jadeja Birthday Special : भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा आज अपना 35वां जन्मदिन मना रहे हैं. जडेजा क्रिकेट जगत में गेंद-बल्ले और फील्डिंग तीनों में अपना लोहा मनवा चुके हैं. उनका जन्म 6 दिसंबर 1988 को सौराष्ट्र के नवगाम खेड में हुआ था. उन्होंने साल 2009 में इंटरनेशनल क्रिकेट में अपना डेब्यू किया था. जडेजा टीम इंडिया के तीनों फॉर्मेट में एक अहम खिलाड़ी हैं. उन्होंने कई मुश्किल घड़ी में टीम को अपने दम पर जीत दिलाई है.
जडेजा एक ऐसे भी खिलाड़ी है जो बल्ले और गेंद के अलावा अपनी फील्डिंग से भी टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका अदा करते हैं. जब मैदान पर वह फील्डिंग कर रहे होते हैं तो दुनिया का कोई बल्लेबाज सोच समझकर रन लेता है. जडेजा टीम इंडिया के लिए एक मैच विनर खिलाड़ी हैं.
तो क्रिकेटर नहीं बनते जडेजा
रवींद्र जडेजा ने आज क्रिकेट की दुनिया में एक बड़ा मुकाम हासिल किए हैं, लेकिन अगर बचपन में उनके पिता की चलती तो वह कभी क्रिकेटर नहीं बन पाते. दरअसल जडेजा के पिता चाहते थे कि वह आर्मी अफिसर बने, लेकिन वह टीम इंडिया की 'सर जडेजा' बन गए हैं. जामनगर के नवगाम घेड में जन्मे जडेजा के पिता अनिरुद्ध जडेजा एक सिक्योरिटी एजेंसी में चौकीदार थे और वो अपने बेटे को सेना में देखना चाहते थे. लेकिन बेटे के सिर पर तो क्रिकेट सवार था. लेकिन फिर एक ऐसा समय भी आया कि जडेजा क्रिकेट को छोड़ना चाहते थे. साल 2005 में अपनी मां के निधन के बाद जडेजा क्रिकेट छोड़ने को तैयार थे, लेकिन उनकी बहन ने ऐसा नहीं होने दिया.
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मां का सपना पूरा किया
जडेजा की मां का सपना था कि उनका बेटा क्रिकेटर बने. उन्होंने अपने मां के सपने को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की. हालांकि मां अपने बेटे को टीम इंडिया की जर्सी में देख नहीं सकीं. साल 2005 में कार दुर्घटना में उनका निधन हो गया था. तब रवींद्र जडेजा सिर्फ 17 साल के थे. लेकिन जडेजा ने हिम्मत नहीं हारी और कड़ी मेहनत करते रहे. आखिरकार उनका सपना पूरा हुआ. 10 फरवरी 2009 के दिन Ravindra Jadeja ने टीम इंडिया के लिए अपना डेब्यू किया.
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