IND vs AUS 3rd Test : भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के साथ तीसरा टेस्ट मैच इंदौर के होल्कर स्टेडियम पर खेल रही है. आज तीसरे दिन का खेल है. लेकिन रिजल्ट आज ही आ जाएगा. आजकल टेस्ट मैच 5 दिन के तो बस कहे ही जाते हैं. खैर, इस टेस्ट मैच में भारत का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा है. माना हार जीत तो लगी रहती है लेकिन अगर अपनी पिच पर कोई विदेशी टीम आकर स्पिन के दम पर हरा दे तो फिर सवाल उठने लाजमी है. कई सवाल हैं. इस हार के पीछे कारण क्या हैं? रोहित शर्मा की कप्तानी है या फिर पूरी टीम का प्रदर्शन है?
पहले बात करते हैं कप्तानी की. टॉस भारत ने जीता. मन के अनुसार बल्लेबाजी चुनी. लेकिन ऐसा क्या हुआ कि हमारे बल्लेबाज ऑस्ट्रेलिया के सामने घुटने टेक गए. माना पिच से मदद मिल रही थी. इस पर ज्यादा बॉल टर्न हो रही थी. लेकिन अगर टिक्कर खेला जाता, बॉल को पढ़ा जाता तो हो सकता है रन में और इजाफा हो सकता था. समस्या यही है हमारे बल्लेबाजों ने आत्मविश्वास में जाकर बॉल को अच्छे से नहीं पड़ा. जिसका खामियाजा उन्हें इंदौर की लाल मिट्टी की पिच पर भुगतना पड़ा.
रोहित शर्मा की कप्तानी में कमी तब देखी गई जब लगातार जडेजा से ओवर कराए गए. अश्विन की तरफ देरी से देखा गया. जब ऑस्ट्रेलिया की टीम बल्लेबाजी करने के लिए उतरी तो जडेजा पर ज्यादा भरोसा दिखाया गया. जडेजा ने एक के बाद एक कई ओवर किए. और वहीं अश्विन अपनी बारी का इंतजार करते रहे. नतीजा यह हुआ कि ऑस्ट्रेलिया डेढ़ सौ से ऊपर तक चली गई. अगर हो सकता था कि अश्विन को मौका दिया जाता तो ऑस्ट्रेलिया 150 रन से ऊपर नहीं जाती. वहीं आज भारत के पास 100 रन से ऊपर का टारगेट होता.
सीट बेल्ट लगाइए, क्योंकि आज के मैच का मौसम बदलने वाला है
खैर अब जो हो गया सो हो गया. टीम के पास 75 रन है. सामने ऑस्ट्रेलिया के 10 विकेट्स हैं. अगर भारत को 141 साल का इतिहास रचना है तो 10 विकेट्स किसी भी हालत में लेने ही होंगे. हालांकि कहते हैं ना ये क्रिकेट है बॉस. यहां आखिरी बॉल तक नहीं पता होता कि कब मैच पलट जाए. इसलिए अपनी सीट बेल्ट लगाइए, क्योंकि आज के मैच का मौसम बदलने वाला है.