आस्ट्रेलिया के अपने जमाने के दिग्गज बल्लेबाज रिकी पोंटिंग ने रविवार को आईसीसी के चार दिवसीय टेस्ट मैच के विचार का विरोध किया है. रिकी पोंटिंग ने कहा कि वह इस तरह के बदलाव के पक्ष में नहीं हैं. आईसीसी 2023 से 2031 के अगले भविष्य के दौरा कार्यक्रम (FTP) में चार दिवसीय टेस्ट मैचों की शुरुआत करने पर विचार कर रही है, ताकि व्यावसायिक तौर पर लुभावने छोटे प्रारूपों के लिए अधिक समय मिल सके. पोंटिंग ने क्रिकेट.काम.एयू से कहा, मैं इसके खिलाफ हूं लेकिन जिन लोगों के दिमाग में यह विचार आया मैं उनसे जानना चाहूंगा कि इसके पीछे प्रमुख कारण क्या है.
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इस पूर्व आस्ट्रेलियाई कप्तान ने कहा कि चार दिवसीय टेस्ट से अधिक मैच ड्रा होंगे. उन्होंने कहा, मैं जानता हूं कि पिछले दो वर्षों में हमने कई मैच चार दिन में समाप्त होते हुए देखे, लेकिन मैंने इस पर गौर किया कि पिछले दशक में कितने टेस्ट मैच ड्रा हुए. अगर सभी मैच चार दिवसीय होते तो अधिक टेस्ट मैच ड्रा समाप्त होते.
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इससे पहले महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने कहा था कि आज टी-20 हो रहे हैं. वनडे हो रहे हैं और अब तो टी-10 भी होने लगे हैं. ऐसे में क्रिकेट के सबसे प्यूरेस्ट फॉर्म के साथ छेड़छाड़ जायज नहीं है. इसकी कोई जरूरत नहीं है. सचिन ने यह भी कहा कि टेस्ट से एक दिन कम करने से इस खेल को लोकप्रिय नहीं बनाया जा सकता. इसकी जगह आईसीसी को पिचों की क्वालिटी पर ध्यान देना चाहिए.
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वहीं पू्र्व भारतीय सलामी बल्लेबाज गौतम गम्भीर ने भारतीय कप्तान विराट कोहली का समर्थन करते हुए कहा कि वह भी आईसीसी के इस प्रस्ताव के पक्ष में नहीं हैं. गौतम गम्भीर ने कहा, यह हास्यास्पद विचार है. टेस्ट से एक दिन कम करने से परिणाम नहीं आएंगे और फिर नई तरह की बातें शुरू हो जाएंगी. विराट कोहली ने शनिवार को कहा था कि वह आईसीसी के चार दिन के टेस्ट मैच के पक्ष में नहीं हैं क्योंकि उनना मानना है कि यह खेल के सबसे शुद्ध प्रारूप के साथ न्याय नहीं होगा. विराट कोहली के मुताबिक टेस्ट क्रिकेट को आगे ले जाने के लिए डे-नाइट टेस्ट बहुत है क्योंकि इसके माध्यम से टेस्ट क्रिकेट का व्यापक बाजारीकरण किया जा सकता है.
Source : Bhasha