टीम इंडिया के विकेटकीपर और तूफानी बल्लेबाज रिषभ पंत ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर अपनी सफलता का राज खोल दिया है. बता दें कि ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाने से पहले इंग्लैंड के दौरे पर बतौर विकेटकीपर रिषभ पंत का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा था. टीम के लिए कठिन और विपरीत समय में पंत ने इंग्लैंड को बाई के रूप में काफी रन लुटाए थे. इंग्लैंड में चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में खराब प्रदर्शन की वजह से रिषभ को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था. इंग्लैंड दौरे को एक बुरे अनुभव के तौर पर पीछे छोड़कर पंत ने भविष्य के लिए कड़ी मेहनत की और ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर कमाल कर दिखाया. ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर पंत ने टेस्ट सीरीज में कुल 20 कैच पकड़े. एडिलेड टेस्ट में पंत ने 11 कैच पकड़कर न सिर्फ विश्व रिकॉर्ड की बराबरी की बल्कि अपने आलोचकों का मुंह भी बंद कर दिया.
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पंत ने पीटीआई के साथ हुई बातचीत में कहा कि इंग्लैंड दौरा उनके लिए काफी विपरीत अनुभवों वाला रहा. उन्होंने बताया कि इंग्लैंड दौरे के बाद उन्होंने NCA में पूर्व क्रिकेटर किरण मोरे से विकेटकीपिंग के गुर सीखे. पंत की मानें तो किरण मोरे के अनुभव ने उनके खेल में जबरदस्त सुधार किया. इस दौरान पंत ने किरण मोरे से विकेटकीपिंग के दौरान शरीर, हाथ की पोजिशन पर काम किया. पंत ने कहा कि विकेटकीपिंग के लिए सभी खिलाड़ियों को अपना अलग प्राकृतिक स्टाइल होता है, लेकिन खेल में सुधार करने के लिए उन्होंने अनुभवी किरण मोरे की सलाह को फॉलो किया और अपने शरीर के साथ-साथ हाथों के पोजिशन में भी बदलाव किए.
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पंत को दिए गए प्रभावशाली टिप्स पर किरण मोरे का कहना है कि उन्होंने रिषभ की कीपिंग स्टाइल में थोड़ा सा चेंज किया है. इस चेंज की वजह से उन्हें कीपिंग के समय बैलेंस बनाने के साथ-साथ सिर को भी सीधा रखने में मदद मिल रही है. महेंद्र सिंह धोनी का जिक्र करते हुए किरण मोरे ने कहा कि इन्हीं बारिकियों को ध्यान में रखकर आज वे दुनिया के सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर में से एक हैं. पंत ने बताया कि किरण मोरे द्वारा दिए गए टिप्स ने उनके खेल में जबरदस्त सुधार किया, लिहाजा उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर शानदार प्रदर्शन करते हुए विश्व रिकॉर्ड की बराबरी की थी.
Source : Sunil Chaurasia