India vs West Indies 1st ODI : अक्सर अपना विकेट गैर जिम्मेदाराना तरीके से गंवा देने के आरोप झेलने वाले भारत के उदीयमान बल्लेबाज ऋषभ पंत (Rishabh Pant) ने कहा कि उन्हें अब समझ में आ गया है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ‘स्वाभाविक खेल’ दिखाने जैसा कुछ नहीं और हालात के अनुरूप खेलना अहम होता है. बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग में खराब फार्म से जूझ रहे ऋषभ पंत लगातार आलोचकों का कोपभाजन बने हुए थे. उन्होंने हालांकि वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले वनडे में अर्धशतक जमाकर खराब फार्म को अलविदा कहा. मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा, मैं इतना समझ गया हूं कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में स्वाभाविक खेल जैसा कुछ नहीं. इसमें टीम की जरूरत या हालात के अनुरूप खेलना होता है.
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उन्होंने कहा, मैं सीख रहा हूं. टीम की जीत के लिए मैं जो कुछ कर सकता हूं, उस पर फोकस करूंगा. आखिर में मैने रन बनाए. उन्होंने कहा कि वह आलोचना की परवाह किए बिना अपने खेल पर फोकस कर रहे हैं. पहले वनडे में 71 रन बनाने वाले ऋषभ पंत ने कहा, मैं प्रक्रिया पर फोकस करना चाहता हूं. कई बार आपके बारे में अच्छा कहा जाता है और कई बार नहीं. मैं पूरा ध्यान अपने खेल पर लगा रहा हूं. लगातार आलोचना के बीच प्रेरणा के बारे में पूछने पर ऋषभ पंत ने कहा कि उन्होंने खुद पर भरोसा कभी नहीं छोड़ा था. उन्होंने कहा, खुद पर भरोसा बनाए रखना सबसे जरूरी है. लोग आसपास चाहे जो बात करे. कई बार रन बनते हैं और कई बार नहीं लेकिन प्रक्रिया अहम होती है. मौजूदा हालात में यह पारी कितनी अहम है, यह पूछने पर उन्होंने कहा, जब मैं भारत के लिए खेल रहा हूं तो हर पारी अहम है. मैं अपने प्रदर्शन में रोज सुधार देखना चाहता हूं. अक्सर मैदानों पर ऋषभ पंत का स्वागत ‘धोनी, धोनी’ की गूंज के साथ होता है, लेकिन यहां नहीं. उन्होंने कहा, कई बार दर्शकों का समर्थन जरूरी होता है. मैं अपनी ओर से पूरी कोशिश कर रहा हूं कि प्रदर्शन में सुधार हो सके.
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भारत वेस्टइंडीज के बीच खेले गए पहले मैच में महेंद्र सिंह धोनी इस टीम का हिस्सा नहीं थे. इस मैच में परीक्षा विकेट कीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत की होनी थी. लगातार मौके मिलने के बाद भी ऋषभ पंत वैसा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं, जितना कि उन्हें करना चाहिए. जब भी ऋषभ पंत असफल होते हैं, तो धोनी धोनी के नारे लगने शुरू हो जाते हैं. इसका मतलब यह है कि धोनी ही टीम इंडिया की जरूरत हैं. जब पूरे देश के स्टेडियम में यह हो सकता है तो चेन्नई में तो स्थिति और भी खराब हो सकती थी, लेकिन ऋषभ पंत ने इस बार संयम से काम लिया और एक अच्छी पारी खेल दी.
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इस मैच में ऋषभ पंत ने शानदार पारी खेली. यह बात और है कि भारत यह मैच जीत नहीं पाया, लेकिन ऋषभ पंत ने पहली बार वन डे में ठीक ठाक पारी खेली, इससे उम्मीदें जरूर बंधी हैं. पंत ने 69 गेंदों में 71 रन बनाए, इसमें एक छक्का और सात चौके शामिल रहे. उनका स्ट्राइक रेट भी 100 रन से ज्यादा का रहा. अगर ऋषभ पंत ने अच्छी पारी खेली तो चेन्नई के दर्शक भी पीछे नहीं रहे, वे महेंद्र सिंह धोनी को मिस तो कर ही रहे थे, लेकिन उन्होंने ऋषभ पंत को भी भरपूर सहयोग किया. जब ऋषभ पंत अच्छी पारी खेल रहे थे तो मैदान पर ऋषभ पंत के पक्ष में खूब जमकर नारेबाजी भी हुई. इससे ऋषभ पंत का आत्मविश्वास और बढ़ गया और वे अच्छी पारी खेलते रहे.
(इनपुट भाषा)
Source : News Nation Bureau