एक वक्त ऐसा हुआ करत था जब यह बल्लेबाज विस्फोटक सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) तक के लिए खतरा बन गया था. जब भी इस खिलाड़ी को मौका मिला, उसने खुद को साबित किया, लेकिन बाद में पता नहीं क्या हुआ कि उस खिलाड़ी का ग्राफ गिरता ही चला गया. फिर एक वक्त ऐसा भी आया, जब उसे टीम से बाहर कर दिया गया. हम बात कर रहे हैं रॉबिन उपथप्पा (Robin Upthappa) की. जो उस टीम के भी साथ थे, जिसने साल 2007 में पहली बार टी 20 विश्व की ट्रॉफी पर कब्जा किया था. टीम इंडिया से बाहर होने के बाद भी रॉबिन उथप्पा आईपीएल में खेल रहे हैं, कई टीमों से होते हुए पिछले कुछ समय से वे कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेल रहे थे, लेकिन इस बार उन्हें राजस्थान रॉयल्स ने अपने साथ लिया था, लेकिन कोरोना वायरस के कारण आईपीएल को फिलहाल टाल दिया गया है. अब जब भी आईपीएल होगा रॉबिन उथप्पा राजस्थान के लिए खेलते हुए दिखाई देंगे.
यह भी पढ़ें : इंडियन प्रीमियर लीग VIDEO : एमएस धोनी को देखकर फैंस हुए बेकाबू, कुछ ही मिनट में वीडियो वायरल
महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में 2007 में टी-20 विश्व कप का पहला संस्करण जीतने वाली भारतीय टीम के मैंबर रहे रॉबिन उथप्पा ने बताया है कि वह यह टूर्नामेंट जीतने के बाद तीन दिन तक सो नहीं पाए थे. रॉबिन उथप्पा ने आईपीएल फ्रेंचाइजी राजस्थान रॉयल्स के साथी और स्पिन सलाहकार ईश सोढ़ी के साथ पोडकास्ट पर बात करते हुए कहा, विश्व कप जीतने के बाद मैं लगातार तीन दिन नहीं सो पाया था. शुरुआत में पता नहीं चला, हम काफी उत्साहित थे कि हमने विश्व कप के फाइनल में पाकिस्तान को हराया है.
यह भी पढ़ें : एमएस धोनी और युवराज सिंह ने लगवाया हिटमैन रोहित शर्मा से दोहरा शतक, जानें कैसे
रॉबिन उथप्पा ने कहा, हम जब भारत लौटे तो इस जीत की भव्यता ने हमें खुश कर दिया. जो स्वागत हमें मिला वो शानदार था. मुंबई किसी के लिए नहीं रुकती, लेकिन उस दिन मुंबई रुकी थी और सिर्फ एक ही दिशा में बढ़ रही, हमारी बस की दिशा में. हमने उस दिन भारत के सभी मौसम देखे.
यह भी पढ़ें : VIDEO: बेटे अर्जुन के बाल काटते नजर आए सचिन तेंदुलकर
रॉबिन उथप्पा ने बताया, वानखेड़े स्टेडियम पहुंचने में आमतौर पर 45 मिनट या एक घंटा लगता है लेकिन हमें उस दिन पांच घंटे लगे. उस दिन बारिश भी हो रही थी, ठंड भी लग लगी थी और गर्मी भी लग रही थी. उन्होंने कहा, मुझे याद है कि लोग हम पर पानी की बोतलें, फल और चॉकलेट फेंक रहे थे ताकि हमारी ऊर्जा खत्म न हो. हमारे लिए यह बेहतरीन चीज थी और हमने इन पलों का लुत्फ उठाया. 1983 की विश्व कप जीत के बाद यह विश्व कप जीतना बड़ी राहत है.
यह भी पढ़ें : हरभजन सिंह बोले, अगर सलाइवा पर बैन तो दोनों छोर से दो गेंदों का हो इस्तेमाल
उथप्पा ने कहा, मुझे नहीं लगता कि विश्व विजेता की भावना को शब्दों में बयां किया जा सकता है. एक क्रिकेटर के तौर पर आप जो महसूस करते हो यह उससे आगे निकल जाता है. यह एक खिलाड़ी के लिए सबसे शानदार भावना है. राजस्थान रॉयल्स ने रॉबिन उथप्पा को तीन करोड़ रुपये में अपने साथ जोड़ा है. इससे पहले उथप्पा कोलकाता नाइट राइडर्स के साथ थे.
(Input ians)
Source : Sports Desk