इंग्लैंड के खिलाफ पहले वनडे में मैच जिताऊ पारी खेलने वाले दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज टेम्बा बवुमा ने स्वीकार किया है कि उन्हें कई बार उनकी त्वचा के हिसाब से देखा जाता है, जिससे उनका करियर प्रभावित हुआ है. दक्षिण अफ्रीका ने यहां न्यूलैंड्स मैदान पर मंगलवार को खेले गए पहले वनडे मैच में विश्व चैंपियन इंग्लैंड को सात विकेट से हरा दिया. इस मैच में बवुमा ने 98 रनों की मैच जिताऊ पारी खेली.
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क्रिकइंफो ने बवुमा के हवाले से कहा, "यह काफी मुश्किल है. यह बाहर जाने को लेकर नहीं है. सभी खिलाड़ी बाहर होते हैं. हर खिलाड़ी उस दौर से गुजरते हैं, जहां वे रन नहीं बनाते हैं. लेकिन मेरे लिए परेशानी तब होती है जब वे ट्रांसफॉर्मेशन (परिवर्तन) की बात करते हैं. हां, मैं अश्वेत हूं और यह मेरी त्वचा का रंग है. लेकिन मैं क्रिकेट खेलता हूं क्योंकि यह मुझे पसंद है. मैं टीम में हूं, क्योंकि मैंने अपने प्रदर्शन के दम पर अपनी टीम को आगे बढ़ाया है."
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दक्षिण अफ्रीका के नियमों के अनुसार, वे अपनी टीम में छह खिलाड़ी अपने रंग के रखते हैं, जिसमें से दो अश्वेत होते हैं. बवुमा ने पाया कि कुछ लोग सोशल मीडिया पर उनके बारे में बात कर रहे हैं कि वे केवल दक्षिण अफ्रीका की नीतियों का हिस्सा थे. 29 वर्षीय बवुमा ने हालांकि तर्क को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा, "एक चीज जो मुझे परेशान करती है, वह यह है कि लोग आपको परिवर्तन की नजर से देखते हैं."
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बवुमा ने कहा, "जब आप अच्छा करते हैं, तो परिवर्तन के बारे में बात नहीं की जाती है, लेकिन जब आप खराब करते हैं तो आपको परिवर्तन के एजेंडे में शामिल कर लिया जाता है. मुझे इससे गंभीर समस्या है. हम अच्छे को बुरे के साथ लेने के आदि हो गए हैं. अगर अश्वेत खिलाड़ी अच्छा नहीं कर रहे होते हैं तो परिवर्तन सही नहीं है, लेकिन जब वे अच्छा करते हैं तो यह ठीक है."
Source : IANS