सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) का नाम क्रिकेट की दुनिया में बहुत बड़ा है. उन्हें क्रिकेट का भगवान तक कहा जाता है. अपने करियर की शुरुआत से लेकर अब तक सचिन तेंदुलकर जब भी किसी कंपनी का विज्ञापन करते हैं तो कंपनी का खास ख्याल रखते हैं. अब सचिन तेंदुलकर को वित्तीय प्रौद्योगिकी क्षेत्र की कंपनी पेटीएम (PayTm) की अनुषंगी पेटीएम फर्स्ट गेम्स (Paytm First Games) (पीएफजी) (PFG) ने अपना ब्रांड एम्बैसडर (Broad Ambassador of Paytm) बनाया है. सचिन तेंदुलकर के इस फैसले की अब कड़ी आलोचना हो रही है. यहां तक कि उनसे इस कंपनी का ब्रॉड एम्बेस्डर बनने के फैसले पर फिर से विचार करने के लिए कहा गया है. व्यापारियों के संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ने सचिन तेंदुलकर को एक पत्र लिखा है और उसमें इस फैसले का कड़ा विरोध जताया है. संगठन के राष्ट्रीय महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने कहा है कि उनके इस फैसले से पूरे देश में आक्रोश है. उनका कहना है कि जिस कंपनी ने उन्हें अपना ब्रॉड एम्बेस्डर बनाया है, उसमें चीनी कंपनी अलीबाबा का निवेश है. खंडेलवाल ने कहा है कि सचिन तेंदुलकर को अपने फैसले पर फिर से विचार करना चाहिए.
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आपको बता दें कि वित्तीय प्रौद्योगिकी क्षेत्र की कंपनी पेटीएम की अनुषंगी पेटीएम फर्स्ट गेम्स (पीएफजी) ने पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर को अपना ब्रांड एम्बैसडर बनाया है. इसके अलावा कंपनी ने चालू वित्त वर्ष में तेजी से बढ़ते फंतासी खेलों अन्य ऑनलाइन गेमिंग कार्यक्रमों में 300 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बनाई है. पेटीएम ने मंगलवार को बयान में कहा कि सचिन तेंदुलकर अरबों क्रिकेट प्रेमियों के बीच एक लोकप्रिय नाम हैं. वह देश में रोमांचक फंतासी खेलों के बारे में जागरूकता पैदा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. सिर्फ फंतासी क्रिकेट ही नहीं वह पीएफजी को लोगों के बीच अन्य खेलों मसलन कबड्डी, फुटबॉल और बास्केटबॉल को भी लोकप्रिय बनाने में मदद कर सकते हैं.
पीएफजी के मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) सुधांशु गुप्ता ने कहा कि भारत में क्रिकेट लोगों के लिए किसी धर्म से कम नहीं है. यह अरबों लोगों को प्रेरित करता है. फंतासी खेलों से खेल प्रशंसकों का जुड़ाव उन्हें अगले स्तर पर ले जाता है. उन्होंने कहा कि सचिन तेंदुलकर के साथ भागीदारी से छोटे शहरों और कस्बों में भी कंपनी की पहुंच का विस्तार होगा.
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बता दें कि इस वक्त भारत और चीन के तनातनी चल रही है. पिछले दिनों कई बार झड़प हो चुकी है. इसके बाद से ही लगातार चीनी कंपनियों का विरोध हो रहा है. भारत सरकार की ओर से कई चीनी एप्प पर बैन लगा दिया गया है. इसके बाद से चीन फड़फड़ा रहा है. यहां तक कि आईपीएल की प्रायोजक रही वीवो का भी विरोध हुआ, उसके बाद बीसीसीआई ने भी आईपीएल के टाइटल स्पॉन्सर से वीवो को हटा दिया गया था. अब ड्रीम इलेवन आईपीएल की टाइटल स्पॉन्सर है.
Source : Sports Desk