टीम इंडिया में खेलना हर खिलाड़ी का सपना होता है. लेकिन टीम इंडिया चयन तभी होता है, जब खिलाड़ी का प्रदर्शन बेहतरीन हो. इस वक्त भारतीय टीम में चयन नहीं होने को लेकर एक खिलाड़ी चर्चा में बना हुआ है. वह खिलाड़ी घरेलु क्रिकेट में लगातार अपने प्रदर्शन से सबको प्रभावित कर रहा है. इतना ही नहीं सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी से लेकर सभी मैचों में उसने अपने परफॉर्मेंस से सबको प्रभावित किया है. इसके बाद भी उस खिलाड़ी का टीम इंडिया में चयन नहीं हो पा रहा है.
हम जिस खिलाड़ी की बात कर रहे हैं, वह कोई और नहीं बल्कि सरफराज खान हैं. उनके प्रदर्शन पर नजर डालें तो पिछली आठ पारियों में उनके बल्ले से तीन सेंचुरी और एक हॉफ सेंचुरी लगा चुके हैं. जबकि दो पारियों में वह 28 और 15 रन पर नाबाद लौटे. उनके फर्स्ट क्लास करियर पर नजर डालें तो उन्होंने फर्स्ट क्लास 54 पारियों में 3505 रन बनाए हैं. इस दौरान उन्होंने 13 सेंचुरी और 9 हाफ सेंचुरी जड़ा है. फर्स्ट क्लास में 303 रन उनका बेस्ट स्कोर है.
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नौसाद ने बताई ये बात
सरफराज खान के पिता ने नौशाद हाल ही इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत के दौरान एक कहानी बताई थी. बातचीत में उन्होंने बताया कि सरफराज खान अर्जुन तेंदुलकर को लेकर क्या सोचते हैं. उन्होंने बताया कि सरफराज कहते थे 'अब्बू अर्जुन कितना नसीबवाला है ना?' वो सचिन सर का बेटा है. उसके पास कार, आई पैड सबकुछ है. सरफराज की ये बातें सुनकर उनके पिता नौशाद चुप रह गए. उन्होंने आगे बताया कि, हालांकि उसके बाद उन्हें सरफराज का दौड़कर आना और उन्हें गले लगाना भी याद है. जब उसने कहा कि, मैं उससे (अर्जुन से) ज्यादा भाग्यशाली हूं. मेरे पिता अपना पूरा दिन मेरे साथ मेहनत करके बिता सकते हैं. लेकिन उसके पिता उसे अपना टाइम नहीं दे पाते हैं.
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शतक लगाने वाला अनफिट नहीं
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो सुनील गावस्कर ने एक बातचीत के दौरान कहा था कि दिन के अंत में, यदि आप अनफिट हैं, तो आप शतक नहीं लगाने जा रहे हैं. इसलिए क्रिकेट फिटनेस सबसे जरूरी है. मुझे इस बात से कोई समस्या नहीं है कि आप यो-यो टेस्ट करना चाहते हैं या यह जो भी है, लेकिन यो-यो टेस्ट एकमात्र मानदंड नहीं हो सकता है.आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि वह व्यक्ति क्रिकेट के लिए भी फिट हो. और अगर वह व्यक्ति, जो कोई भी है, क्रिकेट के लिए फिट है, तो मुझे नहीं लगता कि यह वास्तव में मायने रखता है.