भारतीय बल्लेबाजों ने एडिलेड ओवल मैदान पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जा रहे डे-नाइट टेस्ट मैच के पहले दिन निराशाजनक प्रदर्शन कर दिन का अंत छह विकेट के नुकसान पर 233 रनों के साथ किया. टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला करने वाली भारतीय टीम के लिए कप्तान विराट कोहली के अलावा चेतेश्वर पुजारा ने कुछ हद तक आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का अच्छा सामना किया. बाकी के बल्लेबाज जल्दी पवेलियन लौट लिए. टीम के मुख्य बल्लेबाज पवेलियन लौट चुके हैं. स्टम्प्स की घोषणा तक रविचंद्रन अश्विन 19 और विकेटकीपर रिद्धिमान साहा नौ रन बनाकर नाबाद हैं.
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चार टेस्ट मैचों की सीरीज का ये पहला मैच दिन रात में खेला जा रहा है और ये मैच पिंक बॉल से हो रहा है. भारतीय टीम दूसरी बार ही पिंक बॉल टेस्ट खेल रही है. इससे पहले भारत ने पिछले साल नवंबर में बांग्लादेश के खिलाफ कोलकाता में पिंक बॉल टेस्ट खेला था, जो पहली बार था. लेकिन विदेशी जमीन तो भारतीय टीम पहली बार पिंक बॉल का सामना कर रही है. वो भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ, जो पिंक बॉल टेस्ट की सबसे बड़ी टीम मानी जाती है. लेकिन इसके बाद भी भारतीय बल्लेबाजों का प्रदर्शन संतोषजनक कहा जाएगा. मैच के पहले दिन कप्तान विराट कोहली ने 180 गेंदों पर आठ चौकों की मदद से 74 रन बनाए. उन्होंने अजिंक्य रहाणे (42) के साथ 88 और चेतेश्वर पुजारा (43) के साथ 68 रनों की साझेदारी की. आस्ट्रेलिया के लिए मिशेल स्टार्क ने दो विकेट लिए. जोश हेजलवुड, पैट कमिंस और नाथन लॉयन ने एक-एक सफलता हासिल की.
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इस बीच ऑस्ट्रेलिया के महान स्पिनर शेन वॉर्न ने सभी टेस्ट मैचों में लाल गेंद की जगह गुलाबी गेंद को रखने की पैरवी की है. शेन वार्न ने कहा कि लाल गेंद से गेंदबाज को कोई मदद नहीं मिलती. गुलाबी गेंद दिन रात के टेस्ट में इस्तेमाल की जाती है. शेन वॉर्न ने फॉक्स क्रिकेट से कहा कि मैं पिछले कुछ साल से कहता आ रहा हूं. मेरा मानना है कि सभी टेस्ट मैचों में गुलाबी गेंद इस्तेमाल होनी चाहिए. दिन के मैचों में भी.
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शेन वार्न का कहना है कि गुलाबी गेंद को देखने में आसानी होती है. दर्शक भी आसानी से देख सकते हैं. यह टीवी पर भी अच्छी लगती है. इसलिये हमेशा गुलाबी गेंद का इस्तेमाल करना चाहिए. शेन वॉर्न ने कहा, 60 ओवरों के बाद इसे बदल सकते हैं, क्योंकि यह नरम हो जाती है. मैं चाहूंगा कि हर टेस्ट में गुलाबी गेंद का इस्तेमाल हो. उन्होंने कहा, लाल गेंद स्विंग नहीं लेती. इससे कोई मदद नहीं मिलती और 25 ओवरों के बाद यह नरम हो जाती है. इंग्लैंड में ड्यूक गेंद को छोड़कर यह बकवास है.
(Input Bhasha)
Source : Sports Desk