मध्यक्रम के बल्लेबाज श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) को भरोसा है कि पिछले एक साल में उनके लगातार अच्छे प्रदर्शन से सीमित ओवरों के क्रिकेट में भारतीय टीम में चौथे बल्लेबाजी क्रम को लेकर जारी बहस पर विराम लग गया है. अंबाती रायुडू (Ambati Rayudu), विजय शंकर (Vijay Shankar) ऋषभ पंत (Rishabh Pant) और महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) को चौथे नंबर पर आजमा रहे भारत ने विश्व कप (World cup Semifinal) सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ हार के बाद मुंबई के युवा बल्लेबाज अय्यर को वेस्टइंडीज दौरे पर वापसी का मौका दिया. श्रेयस अय्यर ने वेस्टइंडीज में प्रभावित किया, लेकिन इस साल की शुरुआत में न्यूजीलैंड दौरे पर उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया और तीन मैचों की एकदिवसीय सीरीज में भारत की 0-3 की हार के दौरान एक शतक और दो अर्धशतक के साथ शीर्ष स्कोरर रहे.
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इंडियन प्रीमियर लीग फ्रेंचाइजी दिल्ली कैपिटल्स की इंस्टाग्राम चैट में श्रेयस अय्यर ने कहा, अगर आप भारत के लिए एक साल तक उस स्थान पर खेल रहे हो तो मतलब आपने अपनी जगह पक्की कर ली है. इसके बारे में और सवाल नहीं पूछे जाने चाहिए. श्रेयस अय्यर ने उस सीरीज में 217 रन बनाए थे जो तीन मैचों की द्विपक्षीय सीरीज पर चौथे नंबर पर खेलते हुए किसी भारतीय बल्लेबाज का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. उन्होंने कहा, जब चौथे नंबर को लेकर बहस चल रही है तब चौथे नंबर पर प्रदर्शन करना और पूरी तरह से अपनी जगह पक्की कर लेना काफी संतोषजनक है.
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श्रेयस अय्यर ने हालांकि कहा कि वह टीम की जरूरत के अनुसार किसी भी क्रम पर बल्लेबाजी के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा, लेकिन जब आप भारत के लिए खेल रहे हों तो आपको किसी भी क्रम को लेकर लचीलापन रखना होता है या जो भी टीम की जरूरत है. मुझे लगता है कि स्थिति के अनुसार मैं किसी भी क्रम पर बल्लेबाजी कर सकता हूं. भारतीय कप्तान विराट कोहली को जब उनके शुरुआती दिनों की याद दिलाई गई थी तो उन्होंने श्रेयस अय्यर की तारीफ करते कहा था कि वह भी इसी तरह थे. श्रेयस अय्यर ने कहा, जब कोहली टीम के अपने साथियों की तारीफ करते हैं तो यह शानदार अहसास होता है. वह सभी युवाओं के लिए आदर्श हैं. कोहली की तारीफ करते हुए अय्यर ने कहा, वह जब भी मैदार पर उतरता है तो ऐसा लगता है कि वह अपना पहला मैच खेल रहा है. वह कभी नहीं थकते और शेर की तरह ऊर्जावान रहते हैं. जब वह मैदान में प्रवेश करते हैं तो अलग भाव-भंगिमा नजर आती है. आप इससे काफी कुछ सीख सकते हैं.
Source : Bhasha