Rahul Dravid : टीम इंडिया (Team India) ने दक्षिण अफ्रीका (South Africa) के खिलाफ टी20 सीरीज (T20 series) में शानदार वापसी करते हुए पहले दो गेम हारने के बाद सीरीज को 2-2 से बराबर कर लिया है. भारत ने तीसरे मैच में दक्षिण अफ्रीका को 48 रनों से हराया था और फिर राजकोट में 82 रनों की जीत दर्ज कर सीरीज 2-2 से बराबरी कर ली. ऋषभ पंत (Risabh Pant) की अगुवाई वाली टीम का लक्ष्य बेंगलुरु में सीरीज के अंतिम मैच में दक्षिण अफ्रीकी टीम के खिलाफ सीरीज जीतने पर होगा.
खेल से पहले भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) ने टीम के बारे में बात की है. इस दौरान मज़ाक में राहुल द्रविड़ ने कहा कि उन्होंने सोचा नहीं था कि शुरुआत में ही उन्हें 6 कप्तानों के साथ काम करना होगा.
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जबसे द्रविड़ मुख्य कोच (Coach Rahul Dravid) के रूप में टीम में शामिल हुए हैं तब से वह पांच अलग-अलग कप्तानों रोहित शर्मा (Rohit Sharma), विराट कोहली (Virat Kohli), केएल राहुल (KL Rahul), शिखर धवन (Shikhar Dhawan) और ऋषभ पंत (Risabh Pant) के साथ खेल चुके हैं. अब वह आयरलैंड (Ireland series) के दौरे में कप्तान हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) के साथ मुख्य कोच की भूमिका निभाएंगे. द्रविड़ ने कहा, यह अच्छा रहा है. हालांकि यह चुनौतीपूर्ण भी रहा है. द्रविड़ ने स्टार स्पोर्ट्स के साथ बातचीत में कहा, हमारे पास काम करने के लिए पिछले आठ महीनों में लगभग छह में से 5 कप्तानों के साथ जुड़ना रहा. यह योजना नहीं थी. लेकिन हां, यह खेल की प्रकृति है. टीम का प्रबंधन, काम का बोझ और कप्तानी में भी बदलाव. इसका मतलब है कि मुझे काफी लोगों के साथ काम करना है.
हालांकि, द्रविड़ ने इस बात पर भी जोर दिया कि इसने टीम प्रबंधन को टीम में नेतृत्व को प्रोत्साहित करने की अनुमति दी. द्रविड़ ने कहा, यह बहुत अच्छा है कि बहुत सारे खिलाड़ियों को नेतृत्व करने का अवसर मिला है. एक समूह के रूप में हम लगातार सीख रहे हैं और सुधार कर रहे हैं, बेहतर खेल रहे हैं. द्रविड़ (Rahul Dravid) ने कहा, हमें कई अलग-अलग लोगों को आजमाने का मौका मिला है. राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) ने यहां अभी तक के कोचिंग कार्यकाल की सबसे बड़ी निराशा भी बताई. उन्होंने कहा कि साउथ अफ्रीका का दौरा एक निराशा रहा, क्योंकि वहां पर हम 1-0 से आगे थे और उसके बाद भी सीरीज़ को नहीं जीत पाए. वो भी तब जब वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के हिसाब से वह काफी अहम था. लेकिन हमारा व्हाइट बॉल क्रिकेट काफी बेहतर हुआ है.