भारतीय टीम के पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी युवराज सिंह ने हाल ही में राष्ट्रीय टीम में युवा खिलाड़ियों की मदद के लिए मेंटल कंडीशनिंग कोच की अहमियत पर जोर दिया था ताकि यह लोग मैदान पर अच्छा प्रदर्शन कर सकें. भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगर ने कहा है कि कोचिंग स्टाफ ही मेंटल कंडीशनिंग कोच की दोहरी भूमिका निभाते हैं क्योंकि वह टीम के खिलाड़ियों के साथ काफी ज्यादा समय बिताते हैं.
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बांगर ने स्टार स्पोर्टस के शो पर कहा, "आमतौर पर, कोच ही मेंटल कंडीशनिंग कोच की भूमिका निभाते हैं क्योंकि वह खिलाड़ी के साथ काफी सारा समय बिताते हैं और दूसरा यह कि खिलाड़ी का कोच पर भरोसा करता है."
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उन्होंने कहा, "इसलिए कोच और खिलाड़ी के बीच में इस तरह का भरोसा होना चाहिए कि जहां खिलाड़ी कोच के पास जाकर अपनी असुरक्षा के बारे में बात कर सके और उसे इस बात का भरोसा हो कि वह जो कुछ भी कोच से कह रहा है वो उन दोनों के बीच में ही रहेगा."
Source : IANS