जो टीम इंडिया 90 के दशक में बेहद शांत तरह का क्रिकेट खेलती थी. वही भारतीय टीम अब सौरव गांगुली की कप्तानी में काफी आक्रामक होकर क्रिकेट खेलने लगी. एक कप्तान के रूप में सौरव गांगुली ने अपनी टीम के सभी खिलाड़ियों की सोच को बदल दिया. यही वजह थी कि घर पर शेर कही जाने वाली टीम इंडिया ने अब विदेशी धरती पर भी सीरीज जीतना शुरू कर दिया था. टीम इंडिया का वही कप्तान और बीसीसीआई के मौजूदा अध्यक्ष सौरव गांगुली आज यानि 8 जुलाई, 2020 को 48 साल के हो गए हैं.
विश्व क्रिकेट में दादा के नाम मशहूर गांगुली आज अपना 48वां जन्मदिन मना रहे हैं. दादा का जन्म आज ही के दिन यानि 8 जुलाई को 1972 को पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के बेहाला में हुआ था. दादा के बारे में बहुत कम लोग ही जानते हैं कि उनका पूरा नाम सौरव चांदीदास गांगुली है. क्रिकेट की दुनिया में भारत की पहचान को बदलने में सौरव गांगुली ने अहम भूमिका निभाई है. आज इस खास मौके पर हम आपको सौरव गांगुली के क्रिकेट करियर के आंकड़े बताने जा रहे हैं.
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सौरव गांगुली ने वनडे क्रिकेट के साथ अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी. उन्होंने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का पहला मैच साल 1992 में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था. अपनी शानदार बैटिंग स्टाइल और आक्रामक छक्कों की वजह से वे जल्द ही लाखों-करोड़ों दिलों पर राज करने लगे. इसके अलावा दादा ने एक पार्ट-टाइम गेंदबाज के रूप में भी अहम भूमिका निभाई थी.
वनडे करियर
सौरव गांगुली ने 11 जनवरी, 1992 को वेस्टइंडीज के खिलाफ ब्रिसबेन में खेले गए मैच में अपने वनडे करियर की शुरुआत की थी. गांगुली ने अपने वनडे करियर में खेले गए 311 मैचों की 300 पारियों में 41.02 की औसत और 73.70 की स्ट्राइक रेट से 11,363 रन बनाए. वनडे क्रिकेट में गांगुली ने 22 शतक और 72 अर्धशतक जड़े थे. वनडे में उनका सर्वाधिक स्कोर 183 रन है. गांगुली ने अपने वनडे करियर का ये सर्वाधिक स्कोर विश्व कप 1999 में श्रीलंका के खिलाफ बनाया था. वनडे में गांगुली के नाम 190 छक्के भी दर्ज हैं. उन्होंने अपना आखिरी वनडे मैच 15 नवंबर, 2007 को पाकिस्तान के खिलाफ ग्वालियर में खेला था.
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टेस्ट करियर
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान गांगुली ने जून 1996 में इंग्लैंड के खिलाफ ऐतिहासिक लॉर्ड्स में अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी. उन्होंने अपने डेब्यू मैच में ही 131 रनों की शानदार शतकीय पारी खेली. वो पहले टेस्ट में ही शतक जड़ने वाले दुनिया के तीसरे बल्लेबाज बन गए. दादा ने अपने टेस्ट करियर में 113 मैचों की 188 पारियों में 42.17 की शानदार औसत और 51.25 की स्ट्राइक रेट से 7212 रन बनाए. क्रिकेट के सबसे पुराने स्वरूप यानि टेस्ट में गांगुली के नाम 16 शतक और 35 अर्धशतक दर्ज हैं. क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप में उनका अधिकतम स्कोर 239 रन है. टेस्ट में गांगुली के नाम कुल 57 छक्के दर्ज हैं. उन्होंने अपने टेस्ट करियर का आखिरी मैच नवंबर 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था.
टी20 करियर
सौरव गांगुली ने अपने क्रिकेट करियर में एक भी अंतरराष्ट्रीय टी20 मैच नहीं खेला. हालांकि, उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग में कोलकाता नाइट राइडर्स और पुणे वॉरियर्स इंडिया के लिए कुल 59 मैच खेले. दादा ने 18 अप्रैल, 2008 को कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ अपने आईपीएल करियर का पहला मैच खेला था. गांगुली ने आईपीएल में 59 मैचों की 56 पारियों में 25.45 की औसत और 106.81 की स्ट्राइक रेट से 1349 रन बनाए. आईपीएल में गांगुली के नाम 7 अर्धशतक भी दर्ज हैं. टी20 में उनका अधिकतम स्कोर 91 रन है. आईपीएल में दादा के बल्ले से कुल 42 छक्के निकले थे. उन्होंने अपना आखिरी आईपीएल मैच 19 मई, 2012 को पुणे वॉरियर्स इंडिया के लिए कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ खेला था.
एक गेंदबाज के रूप में भी सौरव गांगुली ने शानदार काम किया है. जरूरत पड़ने पर गांगुली एक पार्ट-टाइम गेंदबाज के रूप में आते थे. उन्होंने वनडे में 100, टेस्ट में 32 और आईपीएल में 10 विकेट चटकाए हैं.
Source : News Nation Bureau