Sourav Ganguly Birthday Special: भारतीय टीम के सफलतम कप्तानों में से एक सौरव गांगुली आज अपना 51 वां जन्मदिन मना रहे हैं. सौरव गांगुली उन कप्तानों की लिस्ट में रहे हैं जिसमें टीम इंडिया के हर एक सपने को पूरा किया है. साथ में गांगुली वह कप्तान भी माने जाते हैं जिन्होंने टीम इंडिया के अंदर एग्रेशन पैदा किया और विदेशों में जीत दिलाना शुरू किया. इससे पहले टीम इंडिया घर में तो शेर होती थी लेकिन बाहर जाकर ढेर हो जाती थी, पर सौरव गांगुली ने इस समस्या का समाधान करके टीम इंडिया में एक नई जान फूंकी. लेकिन गांगुली से अपने करियर में एक बड़ी गलती हुई जो उनके करियर को ले डूबी.
गांगुली ने गलत आदमी पर किया भरोसा
बात है साल 2004 की, जब टीम इंडिया को जॉन राइट के बाद इस कोच की तलाश थी. गांगुली ने बोर्ड के सामने ग्रेग चैपल का नाम रखा और कहा कि टीम इंडिया के लिए ये बेहतरीन साबित हो सकते हैं. अब जब कोई कप्तान किसी कोच के लिए कह रहा हो तो बोर्ड कैसे मना कर सकता है. ग्रेग चैपल को टीम इंडिया का कोच बना दिया जाता है और इसी के बाद शुरू हो जाता है गांगुली का डाउनफॉल.
समस्या जटिल होती गईं
कुछ समय तक तो सब बात सही रहती हैं, लेकिन फिर गांगुली और चैपल के बीच में मतभेद होना शुरू हो जाते हैं. साथ में ड्रेसिंग रूम से बातें बाहर आना शुरू हो जाती हैं. जिससे और ज्यादा समस्या बढ़ जाती है. फिर टीमों के अंदर दो गुट पैदा हो जाते हैं, जिसके बाद टीम इंडिया का प्रदर्शन गिरता जाता है और से गांगुली को अपना इस्तीफा कप्तानी से देना पड़ता है. गांगुली ने ही चैपल के लिए बोर्ड से आग्रह किया था, अगर चैपल को कोच बनाया जाता है तो फिर एक नई सोच के साथ आगे जा सकती है. पर ये फैसला गांगुली के क्रिकेट करियर में सबसे गलत फैसला साबित हुआ.