Sourav Ganguly vs Ravi Shastri : भारतीय क्रिकेट में बड़ा बदलाव आने को है. बीसीसीआई के मुखिया के तौर पर अब पूर्व कप्तान सौरव गांगुली इस कुर्सी पर बैठने जा रहे हैं. सौरव गांगुली के खिलाफ कोई नामांकन नहीं हुआ है, ऐसे में उनके नाम का औपचारिक ऐलान 23 अक्टूबर को कर दिया जाएगा. इस बीच सवाल कई तरह के सवाल भी उठ रहे हैं. बड़ा सवाल यही है कि सौरव गांगुली भारतीय क्रिकेट में क्या बदलाव लाने वाले हैं. वहीं महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. लेकिन इन सबके बीच सबसे बड़ा सवाल यही है कि टीम इंडिया के हेड कोच रवि शास्त्री का क्या होगा. दोनों के आपसी संबंध ठीक नहीं हैं, यह जगजाहिर है. बीसीसीआई की कुर्सी पर बैठने के बाद अब सौरव रवि शास्त्री के साथ क्या करेंगे, यह देखना काफी दिलचस्प होगा.
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बीसीसीआई के अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठने पहले सौरव गांगुली से तरह तरह के सवाल किए जा रहे हैं. इस बीच ईएसपीएनक्रिकइन्फो को दिया गया उनका इंटरव्यू इन दिनों छाया हुआ है. सौरव गांगुली से पहले तो पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के बारे में ही सवाल किया गया. इस पर सौरव गांगुली ने कहा कि इस मामले में वे पहले चयनकर्ताओं से बात करेंगे, इसके बाद ही कुछ कह पाएंगे. जब उनसे सवाल किया गया कि क्या वे खुद भी महेंद्र सिंह धोनी से बात करेंगे, तो उन्होंने कहा कि वे अभी बीसीसीआई अध्यक्ष बने नहीं हैं, उन्हें थोड़ा वक्त चाहिए. इसके बाद सौरव गांगुली से बड़ा सवाल किया गया, उनसे पूछा गया कि क्या वह इस संबंध में हेड कोच रवि शास्त्री से भी बात करेंगे. इस पर सौरव गांगुली ने मुस्कराते हुए उल्टा सवाल दाग दिया, बोले कि क्यों, रवि शास्त्री ने अब क्या कर दिया. सौरव गांगुली भी समझ गए कि उनसे किस संबंध में सवाल किया जा रहा है.
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सौरव गांगुली से यह भी पूछा गया कि कपिल देव की अध्यक्षता वाले पैनल ने रवि शास्त्री को हेड कोच नियुक्त किया था. अब वह कमेटी ही भंग हो गई है, इस पर सौरव गांगुली ने कोई सीधा जवाब नहीं दिया और कहा कि मुझे नहीं लगता कि इससे रवि शास्त्री के चयन पर असर पड़ेगा. हालांकि उन्होंने यह भी जोड़ा कि इसे लेकर निश्चिंत नहीं हैं. उन्होंने कहा कि उन्होंने तब भी कोच का चयन किया था, जब हितों के टकराव का मुद्दा था. चयनकर्ताओं पर किए गए सवाल के जवाब में सौरव गांगुली ने कहा कि कुछ चयनकर्ताओं का अभी कार्यकाल पूरा नहीं हुआ है, लेकिन कुछ बदलाव जरूर किए जाएंगे, मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद का कार्यकाल जल्द ही खत्म होने वाला है.
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मजे की बात यह है कि सौरव गांगुली और रवि शास्त्री के आपसी ताल्लुकात ठीक नहीं हैं, जब भी मौका मिलता है तो एक दूसरे पर बड़ी टिप्पणी कर ही देते हैं. वहीं विराट कोहली को भी सौरव गांगुली समय समय पर कुछ न कुछ ज्ञान की बातें बताते ही रहते हैं. कुछ सलाह विरट कोहली मान लेते हैं और कुछ नहीं भी मानते हैं. यहां यह भी गौर करने वाली बात है कि सौरव गांगुली ही वह पहले व्यक्ति थे, जिन्होंने सबसे पहले कहा था कि एक दिवसीय मैचों की ही तरत रोहित शर्मा से टेस्ट मैचों की भी ओपनिंग करानी चाहिए. बाद में इस बात का अहसास कप्तान विराट कोहली और हेड कोच रवि शास्त्री को भी हुआ और पहले ही टेस्ट की दोनों पारियों में शतक लगाकर रोहित शर्मा ने इस फैसले को सही साबित किया.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो