श्रीलंका के स्पिन गेंदबाज अकिला धनंजय (Akila Dhananjay) पर गुरुवार को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर गेंदबाजी करने के लिए एक साल का प्रतिबंध लगा दिया है. अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने गुरुवार को बयान जारी कर बताया कि धनंजय के बॉलिंग एक्शन की समीक्षा करने के बाद यह फैसला लिया गया है. न्यूजीलैंड के खिलाफ 14 से 18 अगस्त के बीच खेले गए टेस्ट मैच में मौजूद मैच अधिकारियों ने धनंजय के एक्शन को संदिग्ध पाया था.
29 अगस्त को चेन्नई में उनके एक्शन की जांच हुई जिससे पता चला कि उनका एक्शन गलत है. धनंजय को इससे पहले दिसंबर-2018 में प्रतिबंधित किया गया था लेकिन एक्शन में सुधार के बाद फरवरी-2019 में उन्हें एक बार फिर गेंदबाजी करने की अनुमति मिल गई.
यह दूसरी बार है जब उनके एक्शन को गलत पाया गया है जिसके कारण उन पर स्वत: ही 12 महीनों का प्रतिबंध लगा गया. एक साल की मियाद खत्म होने के बाद धनंजय आईसीसी में एक्शन जांच की अपील कर सकते हैं.
एक अवैध बॉलिंग एक्शन
अवैध बॉलिंग एक्शन वह है जब एक खिलाड़ी गेंद डालने के बजाय थ्रो कर रहा है. इसे ICC द्वारा परिभाषित किया जाता है, जहां खिलाड़ी की कोहनी क्षैतिज और गेंद के रिलीज़ होने तक पहुंचने वाली उनकी भुजा के बीच 15 डिग्री से अधिक फैली होती है.
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में मैच अधिकारी अपने क्रिकेट के अनुभव का उपयोग करते हुए यह तय करते हैं कि कोई खिलाड़ी अवैध बॉलिंग एक्शन का उपयोग कर रहा है. इसकी रिपोर्ट वो आइसीसी को देते हैं
खिलाड़ी को तब आईसीसी मान्यता प्राप्त परीक्षण केंद्र में परीक्षण किया जाता है, जिसमें अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग किया जाता है. विशेषज्ञों द्वारा पर्यवेक्षण किया जाता है. यहां पता किया जाता है कि क्या खिलाड़ी का बॉलिंग एक्शन वास्तव में गलत है और यदि ऐसा है, तो उन्हें गेंदबाजी से निलंबित कर दिया जाएगा जब तक कि उन्होंने अपनी गेंदबाजी एक्शन को संशोधित नहीं करता.
(इनपुट आईएएनएस से भी)
Source : दृगराज मद्धेशिया