ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ को लगता है कि अगस्त 2021 से जून 2023 के बीच अगले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के दौरान उपमहाद्वीप के टेस्ट दौरे उनकी टीम के लिए एक बड़ी चुनौती होंगे. ऑस्ट्रेलिया को दो साल की विंडो में 18 टेस्ट खेलने हैं, जिनमें से आठ अगले साल पाकिस्तान और श्रीलंका के खिलाफ और उसके बाद 2023 की शुरूआत में भारत का दौरा होगा. स्टीव स्मिथ ने कहा है कि मैंने फ्यूचर टूर्स प्रोग्राम (एफटीपी) पर एक नजर डाली है और यह बहुत व्यस्त है. इसलिए आगे देखने के लिए बहुत कुछ है. जाहिर तौर पर एशेज सीरीज और फिर उपमहाद्वीप के दौरे, जो विशेष रूप से टेस्ट क्रिकेट में आपको शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से रूप से चुनौती देते हैं.
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पिछली बार ऑस्ट्रेलिया ने एशिया में टेस्ट सीरीज 2011 में श्रीलंका के खिलाफ (1-0) जीती थी. तब से, वे एक सीरीज हासिल करने में असमर्थ रहे हैं और उपमहाद्वीप में 17 में से सिर्फ दो टेस्ट जीत सके है. स्टीव स्मिथ ने विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप अवधारणा के बारे में सकारात्मक बात की और साउथेम्प्टन में उद्घाटन फाइनल से चूकने पर अफसोस जताया. पिछले साल दिसंबर में मेलबर्न में भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में दो ओवर पीछे रहने के कारण ऑस्ट्रेलिया डब्ल्यूटीसी फाइनल में एक स्थान से चूक गया था. कहा कि मुझे लगता है (डब्ल्यूटीसी) एक बहुत अच्छी अवधारणा है. आपके द्वारा खेले जाने वाले हर खेल में अधिक प्रासंगिकता रखने के लिए, मुझे लगता है कि यह बहुत अच्छा है.
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स्टीव स्मिथ ने वेस्टइंडीज जाने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम से अपना नाम वापस ले लिया है. साथ ही संभावना ये भी है कि वे आईपीएल 2021 के बचे हुए मैच खेलने यूएई भी न जाएं. उनकी चोट अभी भी पूरी तरह से ठीक नहीं है, ऐसी संभावना है. वहीं स्टीव स्मिथ ने इससे पहले इससे पहले कहा था कि एशेज सीरीज के लिए वे टी20 विश्व कप भी छोड़ने को तैयार हैं. स्टीव स्मिथ को दिल्ली कैपिटल्स ने खरीदा था, लेकिन वे सारे मैच अपनी टीम के लिए नहीं खेल पाए थे.
Source : IANS/News Nation Bureau