Sunil Gavaskar on Mohammed Shami : वर्ल्ड कप 2023 में टीम इंडिया अब तक 6 मुकाबले खेल चुकी है, लेकिन शुरुआती 4 मैचों के लिए टीम इंडिया के प्लेइंग11 में मोहम्मद शमी को जगह नहीं मिली थी. उनकी जगह शार्दुल ठाकुर टीम इंडिया के पहले पसंद थे. ऐसा इसलिए क्योंकि शार्दुल गेंद के साथ-साथ बल्लेबाजी भी कर सकते थे. हालांकि जब हार्दिक चोटिल हुए और शार्दुल कुछ खास नहीं कर पाए तो टीम इंडिया के प्लेइंग11 में शमी को शामिल किया गया. इस मौके को शमी ने ऐसा भुनाया है कि उन्हें इस टूर्नामेंट से टीम इंडिया बाहर ही नहीं कर सकती. शमी ने इस वर्ल्ड कप में अब तक महज दो ही मैच खेले हैं और इन दो मुकाबलों में 9 विकेट अपने नाम कर लिए हैं.
शमी ने वर्ल्ड कप 2023 के अपने पहले मुकाबले में न्यूजीलैंड जैसी मजबूत टीम की बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी और 5 विकेट हासिल किए. इसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे मैच में उन्होंने 4 खिलाड़ियों को पवेलियन का रास्ता दिखाया. शमी के सामने इस वक्त कोई भी बल्लेबाज आसानी से रन नहीं जुटा पाए रहे हैं. शमी की इस दमदार परफॉर्मेंस पर हर ओर से तारीफ हो रही है. इस लिस्ट में पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर का नाम भी शामिल है. उन्होंने शमी की जमकर तारीफ की है.
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'नेट पर ज्यादा समय बिताते हैं शमी'
गावस्कर ने इंडिया टूडे के साथ बातचीत में कहा, 'शमी की इस लाजवाब प्रदर्शन के पीछे बहुत ज्यादा मेहनत छिपी हुई है. जब वह घर पर होते हैं तो उनके पास कई अलग-अलग तरह की पिचें होती हैं और वह लगातार इन पर बॉलिंग करते रहते हैं. यही सबसे ज्यादा जरूरी है. वह अपनी क्रिकेटिंग फिटनेस पर फोकस करते हैं.'
'कपिल देव की तरह प्रैक्टिस करते रहते हैं'
गावस्कर आगे कहते हैं, 'उनकी विशेषता क्या है? तेज गेंदबाजी. यह उनके नेट पर कई ओवर गेंदबाजी करने से आती है. मुझे नहीं पता कि वह जिम ज्यादा जाते हैं या नहीं. आप दिन भर जिम कर सकते हैं. लेकिन आखिरी में मोहम्मद शमी ठीक वही करते हैं जो कपिल देव किया करते थे यानी नेट पर लगातार गेंदबाजी करते रहना.'
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'रन-अप लेते हैं तो लगता है चिता शिकार पर जा रहा हो'
गावस्कर ने कहा, 'वह आपके बायो-मैट्रिक एक्सपर्ट्स की नहीं सुनते जो हमेशा कहते हैं कि नेट पर केवल 15-20 गेंदें ही डालिए. उन्हें पता है कि एक तेज गेंदबाज के तौर पर उन्हें अपने पैरों में ज्यादा माइलेज की जरूरत है. इसी के कारण उनकी गेंदबाजी में रिदम आती है. जब वह गेंदबाजी के लिए दौड़ते हैं और ड्रोन कैमरा उनके रन-अप को कैप्चर करता है तो ऐसा लगता है मानो कोई चीता या तेंदुआ शिकार करने जा रहा हो. यह देखना बेहद शानदार लगता है.'