T Natarajan Open Stadium : भारत में लगभग हर दूसरे बच्चे ने क्रिकेटर बनने का ख्वाब कभी ना कभी तो देखा ही होगा. मगर, ख्वाब उन्हीं का पूरा होता है, जिनके हौसले बुलंद होते हैं और जो किसी भी हद तक जाने को तैयार रहते हैं. आज हम आपको एक ऐसे ही क्रिकेटर के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने गरीबी देखी, लेकिन उनके हौसले कमजोर नहीं पड़े और आज वह अपने पूरे परिवार का नाम रौशन कर रहे हैं. वो खिलाड़ी कोई और नहीं तेज गेंदबाज टी-नटराजन हैं, जिन्होंने अपने गांव में बच्चों को ट्रेनिंग देने के लिए एक क्रिकेट स्टेडियम बनाया है.
टी-नटराजन की मां ने किया संघर्ष
मां-बाप अपने बच्चों के सपनों को पूरा करने के लिए हर संभव कोशिश करते हैं. फिर इसके लिए चाहें उन्हें कितनी भी मेहनत क्यों ना करनी पड़े. तेज गेंदबाज टी नटराजन को तो आज सभी जानते हैं, लेकिन क्या आपको पता है की टी-नटराजन ने किन संघर्षों के बाद इस मुकाम को हासिल किया. दरअसल, नटराजन का जन्म तमिलनाडु में गांव चिन्नाप्पमपट्टी में हुआ था. उनके पिता एस. थंगारासू एक बुनकर थे उनकी मां सड़क किनारे एक छोटी से दुकान लगाया करती थीं. गेंदबाज के पास शुरुआत में घर की आर्थिक स्थिति ठीक ना होने के चलते क्रिकेट किट तक के पैसे नहीं होते थे. मगर, नटराजन ने कभी हार नहीं मानी और अपनी मेहनत और लगन से वो मुकाम हासिल किया, जिसका हर कोई सपना देखता है.
बच्चों के लिए खोला स्टेडियम
तमिलनाडु के तेज गेंदबाज टी नटराजन ने अपने गांव में एक क्रिकेट स्टेडियम खोला है. इसका वह सालों से सपना देख रहे थे और अब उन्होंने इसे पूरा कर दिखाया है. नटराजन के स्टेडियम की ओपनिंग सेरेमनी में कई बड़े खिलाड़ी पहुंचे. इस मौके पर दिनेश कार्तिक, विजय शंकर, साईं किशोर नटराजन को बधाई देने पहुंचे. जैसे ही नटराजन के स्टेडियम के बारे में लोगों को पता चला, तो चारों ओर उनकी चर्चा होने लगी. नट्टू की इस शुरुआत से अब उनके गांव के बच्चों को ट्रेनिंग के लिए कहीं दूर नहीं जाना पड़ेगा. टी नटराजन ने भारत के लिए 1 टेस्ट, 2 वनडे और 4 T20I मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने क्रमश: 3, 3, 7 विकेट लिए हैं.