टीम इंडिया इस वक्त ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन टी20 मैचों की सीरीज खेल रही है. जिसका पहला मुकाबला मंगलवार को मोहाली में खेला गया. इस मुकाबले को ऑस्ट्रेलिया की टीम ने जीता. सीरीज का दूसरा मुकाबला 23 सितंबर को नागपुर में खेला जाएगा. दोनों टीमों के लिए ये सीरीज काफी खास है. क्योंकि इस सीरीज को टी20 वर्ल्ड कप की तैयारियों के तौर पर देखा जा रहा है. पहले मुकाबले में टीम इंडिया की हार से टीम के एक खिलाड़ी की पोल खुल गई है. ऐसे में टी20 वर्ल्ड कप में इस खिलाड़ी की प्लेइंग इलेवन में जगह बनती हुई नहीं दिख रही है.
हम जिस खिलाड़ी की बात कर रहे हैं वो कोई और नहीं बल्कि टीम इंडिया के बेहतरीन स्पिनर माने जाने वाले युजवेंद्र चहल हैं. युजवेंद्र चहल की गेंदबाजी टीम इंडिया के लिए काफी भारी पड़ रही है. चहल की खूब कूटाई हो रही है. बड़ी बात यह है कि युजवेंद्र चहल का चयन टी20 वर्ल्ड कप के लिए भी हुआ है. युजवेंद्र चहल के मौजूदा प्रदर्शन को देखकर लग रहा है कि वर्ल्ड कप में टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं हो पाएंगे. टी20 वर्ल्ड कप को लेकर युजवेंद्र चहल को भारतीय स्क्वाड में शामिल करना बड़ी भूल माना जा रहा है.
मंगलवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मोहाली में खेले गए पहले टी20 में मुकाबले में युजवेंद्र चहल ने 3.2 ओवर की गेंदबाजी की, इस दौरान 42 रन लुटा दिए. एक वक्त जहां चहल टीम इंडिया के लिए विकेटटेकर गेंदबाज थे. वहीं अब चहल को विकेट लेने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चहल को सिर्फ एक विकेट मिला. जो टीम के लिए काफी खतरे की घंटी है.
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आपको बता दें कि ऑस्ट्रेलिया में खेले जाने वाले टी20 वर्ल्ड कप के लिए चहल को भारतीय स्क्वाड में शामिल किया गया है. लेकिन टी20 वर्ल्ड कप से लेग स्पिनर रवि बिश्नोई को नजरअंदाज कर दिया गया. जब आप युजवेंद्र चहल और रवि बिश्नोई की तुलना करेंगे तो बिश्नोई का प्रदर्शन चहल की अपेक्षा काफी बेहतर है. ऐसे में चहल की भारतीय स्क्वाड में शामिल करना सेलेक्टर्स की बड़ी भूल के तौर पर देखा जा रहा है. अब देखना है कि युजवेंद्र चहल टी20 वर्ल्ड कप में कैसा प्रदर्शन करते हैं.