टीम इंडिया (Team India) दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ इस वक्त पांच टी20 मैचों की सीरीज की खेल रही है. जिसकी कप्तानी ऋषभ पंत (Rishabh Pant) कर रहे हैं. आयरलैंड के खिलाफ बीसीसीआई ने दो टी20 मैचों के लिए हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) को टीम इंडिया की कमान सौंपी है. इन दो कप्तानों से पहले टीम इंडिया में विराट कोहली (Virat Kohli) ने भी कप्तानी की. विराट ने इसी साल कप्तानी छोड़ी है. विराट कोहली के बाद रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को टीम इंडिया के नियमित कप्तान के तौर पर जिम्मेदारी मिली. इसके साथ ही उप-कप्तान केएल राहुल (Kl Rahul) रोहित की गैर मौजूदगी में टीम इंडिया की कप्तानी करते हैं. बीसीसीआई एक साल में पांच कप्तानों को जिम्मेदारी सौंप चकी है.
आपको बता दें कि आज 63 साल पहले साल 1959 में एक साल में पांच खिलाड़ियों को टीम इंडिया का कप्तान बनाया था. उस वक्त टीम की कप्तानी हेमू अधिकारी, दत्ता गायकवाड़, वीनू मांकड, गुलाबराय रामचंद और पंकज रॉय ने टीम इंडिया की कप्तानी की थी. खास बात यह है कि उस वक्त टेस्ट फॉर्मेट ही हुआ करता था. अब 63 साल बाद इस साल 5 कप्तान सामने आए हैं.
इस साल विराट कोहली (Virat Kohli) ने तीनों फॉर्मेट की कप्तानी छोड़ दी. जिसके बाद टीम इंडिया की कमान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को सौंपी गई. केएल राहुल (Kl Rahul) को उप-कप्तानी की जिम्मेदारी मिली. रोहित शर्मा की गैर-मौजूदगी में केएल राहुल टीम की कमान संभालते हैं. इस साल ऋषभ पंत (Rishabh Pant) टीम इंडिया की कप्तानी कर रहे हैं. वहीं हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) टीम इंडिया की कप्तानी करेंगे.
यह भी पढ़ें: IND vs SA: ये खिलाड़ी पलक झपकते ही कर देते हैं कमाल, टीम इंडिया को जिताएंगे सीरीज
एक साल में टीम इंडिया (Team India) में पांच खिलाड़ियों को कप्तानी की जिम्मेदारी मिलना बड़े संकेत की ओर इशार कर रही है. इसको समझने की बात है. बीसीसीआई (BCCI) का ऐसा करने से दो बातें समझ में आ रही हैं. पहली बात तो ये है कि युवाओं खिलाड़ियों को कप्तानी का मौका दिया जाना. जबकि दूसरी बात यह समझ में आ रही है कि एक कुशल कप्तान की तलाश. युवा खिलाड़ियों की कप्तानी टीम इंडिया के भविष्य के लिए अच्छे संकेत हैं.