भारत में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. शनिवार सुबह तक देश में कोरोना के कुल मरीजों की संख्या 850 के भी पार हो गई, जबकि 20 लोग इस महामारी की वजह से अपनी जान गंवा चुके हैं. देश इस समय मुश्किल दौर से गुजर रहा है, ऐसे में देश के कई खिलाड़ी कोरोना वायरस के खिलाफ इस जंग में सरकार की मदद करने में जुटे हुए हैं. बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने लॉकडाउन की वजह से प्रभावित हो रहे लोगों के लिए 50 लाख रुपये के चावल दान किए हैं तो वहीं क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने केंद्र सरकार और महाराष्ट्र सरकार के राहत कोष में 25-25 लाख रुपये दान स्वरूप दिए हैं.
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विराट कोहली ने अभी तक नहीं की कोई मदद
टीम इंडिया की कई जीत में अहम योगदान निभाने वाले पठान बंधुओं ने भी इस जंग में शामिल सुरक्षाकर्मियों और स्वास्थ्यकर्मियों के लिए 4000 मास्क देने का ऐलान किया. भारत के पूर्व खिलाड़ी लक्ष्मी रतन शुक्ला ने भी कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में अपनी 3 महीने की सैलरी और बीसीसीआई से मिलने वाली पेंशन को दान करने का फैसला किया है. लक्ष्मी रतन शुक्ला, पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की पार्टी के विधायक हैं. वहीं दूसरी ओर, टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने अभी तक किसी भी प्रकार की कोई सहायता राशि देने का ऐलान नहीं किया है.
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धोनी पर गुस्साए उन्हीं के फैंस
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने इस जानलेवा वायरस के खिलाफ जारी जंग में पुणे में एक चैरिटी के जरिये एक लाख रुपये दान दिये हैं. हालांकि, धोनी पर जान छिड़कने वाले उनके फैंस ही माही से नाराज हो गए हैं. फैंस का मानना है कि इस संकट की घड़ी में धोनी जैसे बड़े खिलाड़ी को दान में एक बड़ी राशि देनी चाहिए थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक धोनी की सालाना कमाई करीब 800 करोड़ रुपये है और ऐसे में उनके द्वारा दिया गया एक लाख रुपये का दान काफी कम है.
Source : News Nation Bureau