भारतीय क्रिकेट टीम (Team India) फिलहाल कई महीनों से कोई इंटरनेशनल मैच नहीं खेल रही है. आईपीएल 2020 (IPL) सितंबर से शुरू होकर नवंबर तक खेला जाएगा. जिसके बाद टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाएगी. टीम इंडिया ने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच न्यूजीलैंड के दौरे पर खेला था. उसके बाद से विराट की टीम ने अभी तक कोई इंटरनेशनल मैच नहीं खेला है. इसी साल मार्च में 3 वनडे मैच खेलने के लिए दक्षिण अफ्रीका की टीम भारत दौरे पर आई थी, जिसका पहला मैच तो बारिश की वजह से रद्द हो गया और फिर अगले मैच से पहले ही कोरोना वायरस के चलते पूरी सीरीज को ही रद्द कर दिया गया.
ये भी पढ़ें- 32 साल के हुए टीम इंडिया के तेज गेंदबाज इशांत शर्मा, यहां देखें उनके सभी आंकड़े
अभी तक आप सालों से टीम इंडिया की जर्सी पर Nike का ही लोगो देखते आ रहे थे. लेकिन, अब Nike का बीसीसीआई के साथ मौजूदा 4 साल का करार खत्म हो चुका है. नाइकी ने 2016 से लेकर 2020 तक के लिए कुल 370 करोड़ रुपये खर्च किए थे. इसके अलावा 30 करोड़ रुपये रॉयल्टी के तौर पर भी दिए गए थे. लेकिन नाइकी के साथ करार खत्म होने के बाद बीसीसीआई अब काफी मुसीबतों में पड़ गई है. जी हां, बीसीसीआई ने नाइकी के साथ करार खत्म होने के बाद टीम इंडिया की जर्सी की स्पॉन्सरशिप के लिए टेंडर निकाला था, जिसमें दुनिया की किसी भी कंपनी ने बोली नहीं लगाई.
ये भी पढ़ें- IPL : CSK के लिए आईपीएल में खेलने के लिए सुरेश रैना तैयार!
कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था का बर्बाद कर दिया है. क्रिकेट बोर्ड्स भी इसकी चपेट में आए हुए हैं, जिससे उबरना अभी काफी मुश्किल लग रहा है. दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड बीसीसीआई भी कोरोना वायरस की वजह से हो रहे भारी नुकसान से त्रस्त है. बीसीसीआई ऐसे वक्त से गुजर रहा है, जिसकी किसी ने कभी कल्पना भी नहीं की थी. ये बीसीसीआई और पूरी दुनिया के क्रिकेट बोर्ड के लिए हैरत की बात है कि टीम इंडिया की किट स्पॉन्सरशिप के लिए किसी भी कंपनी ने कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई.
बीसीसीआई अभी आईपीएल की स्पॉन्सरशिप को लेकर पहले ही करोड़ों के नुकसान को झेल रही थी कि अब टीम इंडिया की किट की स्पॉन्सरशिप को लेकर भी बोर्ड को करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ेगा. अमेरिकी कंपनी नाइकी के साथ करार खत्म होने के बाद बीसीसीआई ने जो टेंडर निकाले थे, उसमें दुनिया की सबसे बड़ी स्पोर्ट्स वियर कंपनियों में शुमार प्यूमा और एडिडास ने दिलचस्पी दिखाई थी. लेकिन बोली लगाने की आखिरी तारीख तक इन दोनों में से किसी भी कंपनी ने टीम इंडिया की किट स्पॉन्सरशिप के लिए दिलचस्पी नहीं दिखाई.
ये भी पढ़ें - IPL 13 : सुरेश रैना को लेकर जोफ्रा आर्चर का ट्विट वायरल, जानिए क्या कहा था
टीम इंडिया के लिए नाइकी बीसीसीआई को काफी अच्छी कीमत दे रहा था और ऐसे समय में दूसरी कंपनियों ने इतना पैसा देना भी मुनासिब नहीं समझा. मार्केट की समझ रखने वाले एक्सपर्ट्स बता रहे हैं कि नाइकी के अलावा अभी शायद कोई भी कंपनी बीसीसीआई के साथ इतनी बड़ी डील नहीं कर सकती है. एक्सपर्ट्स की मानें तो यदि बीसीसीआई को कोई कंपनी मिल भी जाती है तो वह 200-250 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च नहीं करेगी. ऐसे में बीसीसीआई को सीझे-सीधे करीब 150 करोड़ रुपये का नुकसान होगा.
इतना ही नहीं, यदि आईपीएल तक बीसीसीआई को कोई स्पॉन्सर नहीं मिलता है तो ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम इंडिया को बिना स्पॉन्सरशिप ब्रैंड की ही जर्सी पहनकर मैदान पर उतरना होगा. आमतौर पर टीम इंडिया की जर्सी पर देश के नाम के साथ टीम के मुख्य स्पॉन्सर, बीसीसीआई का लोगो और किट स्पॉन्सर का लोगो लगा होता है. लेकिन, किट स्पॉन्सर नहीं मिलने की स्थिति में टीम इंडिया की जर्सी पर केवल देश का नाम, बीसीसीआई का लोगो और टीम के मुख्य प्रायोजक का ही नाम दिखेगा.
Source : News Nation Bureau