WTC Final में मिली हार का भारतीय टीम के खिलाड़ियों को अभी तक ट्रोल किया जा रहा है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल में बतौर विकेटकीपर केएस भरत को मौका दिया गया. भरत की कीपिंग से तो टीम और फैंस को कोई बड़ी शिकायत नहीं रही, लेकिन उनकी बल्लेबाजी ने सभी को खासा निराश किया. पहली पारी में उनके बल्ले से 15 गेंदों पर सिर्फ 5 और भारत की दूसरी पारी में टारगेट का पीछा करते हुए 41 गेंदों पर केवल 23 रन देखने को मिले. पूरे मैच में बल्लेबाजी के दौरान उनके चहरे पर कंगारू पेस अटैक के डर को साफ महसूस किया जा सकता था. भरत के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद पूरे देश को एक बार फिर से अपने स्टार ऋषभ पंत की याद सताने लगी.
पिछले साल दिसंबर में हुए भयानक कार एक्सीडेंट के बाद से पंत भारतीय क्रिकेट टीम से बाहर है. पंत फिलहाल टीम का हिस्सा नहीं है और केएस भरत उनकी गैरमौजूदगी में उम्मीदों पर खरा ना उतर सके. अब टीम इंडिया के पास अगला विकल्प क्या. आईपीएल 2023 के दौरान गुजरात टाइटंस के लिए ऋद्धिमान साहा ने बल्ले से कमाल का प्रदर्शन किया. सोशल मीडिया पर तो यहां तक बातें चली कि अब एक बार फिर से टेस्ट टीम में साहा की वापसी हो सकती है. या फिर टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए तो उनकी ओर देखा ही जा सकता है, लेकिन चयनकर्ताओं ने भरत पर ही भरोसा जताया.
अब बीसीसीआई के एक ही एक सूत्र ने अपने बयान में कहा है कि टीम इंडिया अब ऋद्धिमान साहा से आगे बढ़ चुकी है और हम अब उनको फिर से राष्ट्रीय टीम में मौका नहीं देंगे। बोर्ड के एक अधिकारी ने अपने बयान में कहा, हमें ऋद्धि से आगे देखना होगा. इसमें कोई शक नहीं कि वह बेहतरीन बल्लेबाज और बेहतर कीपर हैं. लेकिन वह 38 साल के हैं. वह केवल एक स्टॉप-गैप समाधान हो सकता है जो हम नहीं चाहते. हमें ईशान, भरत और उपेंद्र जैसी युवा प्रतिभाओं को विकसित करना है. वे दूसरों की तुलना में अधिक विफल होंगे लेकिन वे भविष्य हैं.
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साहा के फैंस को शायद ये बयान अच्छा ना लगे, लेकिन वास्तविकता भी यही है. वहीं केएस भरत को अब तक 5 मौके मिल चुके हैं, लेकिन वह अपनी छाप छोड़ने में नाकाम रहे. 5 टेस्ट में उन्होंने 20 से भी कम की औसत से केवल 129 रन बनाए. 8 पारियों में भरत का सबसे बढ़िया स्कोर 44 रन रहा. वहीं ईशान किशन ने वनडे और टी20 में अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन टेस्ट में उनको आजमाना अभी बाकी है. दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के उपेंद्र यादव का नाम घरेलू क्रिकेट में बार-बार लिया जा रहा है. उपेंद्र ने घरेलू क्रिकेट में अपनी कीपिंग के अलावा बल्लेबाजी से भी क्रिकेट के जानकारों का ध्यान खिंचा है. फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उन्होंने 37 मैचों में 45 की औसत से कुल 1666 रन बनाए हैं, जिसमें 5 शतक शामिल है.
चयनकर्ता आने वाले समय में जरूर इस प्रतिभाशाली खिलाड़ी पर दांव लगा सकते हैं. वैसे भारतीय फैंस बड़ी ही बेसब्री से ऋषभ पंत की वापसी की आस लगाए बैठे हैं. पंत फिलहाल तेजी से रिकवरी कर रहे हैं, लेकिन अभी भी उनको कमबैक में समय लगेगा.
लिमिटेड ओवर क्रिकेट में खासतौर पर वनडे क्रिकेट में केएल राहुल कीपिंग का जिम्मा संभाल रहे हैं. राहुल भी फिलहाल चोट के चलते टीम से बाहर है. 12 जुलाई से भारतीय टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप कगे अगले च्रक की शुरुआत करेगी, ऐसे में टीम को जल्द विकेटकीपिंग के एक बढ़िया विकल्प को खोजना होगा.
By- Akhil Gupta