क्रिकेट के मैच में बल्लेबाजों और गेंदबाजों के अलावा अंपायर का भी बड़ा रोल होता है. अगर यूं कहा जाए कि इस खेल में अंपायरिंग सबसे कठिन काम है, तो गलत नहीं होगा. मौ जूदा समय के मॉर्डन क्रिकेट में दुनियाभर के अंपायर्स के ऊपर दबाव को हावी होते साफतौर पर देखा जा सकता है. पिछले कुछ सालों अंपायर के गलत फैसलों को लेकर भी काफी विवाद देखने को मिले हैं. इसका ताजा उदाहरण वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में देखने को मिला, जहां थर्ड अंपायर रिचर्ड केटलब्रॉ ने चौथी पारी में भारतीय ओपनर शुभमन गिल को गलत आउट करार दिया था. केटलब्रॉ के इस फैसले के बाद भारतीय फैंस ने सोशल मीडिया पर उनको खूब ट्रोल किया. अभी गिल के कैच का विवाद शांत ही हुआ था कि अंपायर नितिन मेनन ने एक सनसनीखेज खुलासा किया है.
पिछले 2 से 3 सालों से इंटरनेशनल क्रिकेट में अपनी पहचान बने चुके नितिन मेनन ने टीम इंडिया को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. मेनन का ऐसा कहना है कि पिछले 3 सालों में उन पर बढ़ें लगातार दबाव ने उन्हें आईसीसी एलीट पैनल अंपायर के तौर पर विकसीत होने में काफी मदद की. इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही ऐतिहासिक एशेज सीरीज में अंपायरिंग कर रहे नितिन मेनन ने अपने एक बयान में कहा कि भारतीय खिलाड़ी उनके ऊपर फैसले को लेकर प्रेशर बनाते हैं.
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मेनन का ऐसा कहना टीम इंडिया के कई खिलाड़ी खासतौर पर बड़े सितारों पर सवालियां निशान उठाता है. वैसे नितिन मेनन का नाम सामने आते ही पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली का नाम अपने आप जहन में आ जाता है. दरअसल, नितिन के कोहली के खिलाफ लिए गए कई फैसलों ने क्रिकेट में खासा हडकंप मचाया है. नितिन ने कई बार अंतरराष्ट्रीय और आईपीएल में विराट कोहली के खिलाफ विवादित फैसले सुनाए हैं. मध्य प्रदेश के नितिन मेनन जून 2020 से अंपायरिंग कर रहे हैं। अब तक वह 15 टेस्ट, 20 टी20 इंटरनेशनल और 24 एकदिवसीय मैचों में अंपायरिंग कर चुके हैं.
अखिल गुप्ता की रिपोर्ट