Team India ODI World Cup 2023: आज (2 अप्रैल) का दिन भारतीय क्रिकेट फैंस के लिए बेहद खास है. भला आज का दिन कोई भारतीय कैसे भूल सकता है. 12 साल पहले यानी 2 अप्रैल 2011 को टीम इंडिया ने दूसरी बार वनडे वर्ल्ड को जीतकर इतिहास रचा था. फाइनल में श्रीलंका को हराकर 28 साल भारतीय टीम ने वनडे वर्ल्ड कप के खिताब को अपने नाम किया था. यह टीम इंडिया के मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर का आखिरी वर्ल्ड कप भी था. ऐसे में उनके लिए यह एक खास तोहफा था.
इससे पहले टीम इंडिया ने सिर्फ एक बार साल 1983 में कपिल देव की अगुवाई में वर्ल्ड चैंपियन बनी थी. 1983 के बाद दूसरी बार टीम इंडिया साल 2011 में ट्ऱॉफी को अपने नाम किया था. अब टीम इंडिया को अपनी तीसरी ट्रॉफी का इंतजार है जो इसी साल पूरी हो सकती है. बता दें कि वनडे वर्ल्ड कप 2011 भी भारत में खेला गया था. अब वनडे वर्ल्ड कप 2023 भी भारत में ही अक्टूबर-नवंबर में खेला जाएगा. ऐसे में टीम इंडिया को उम्मीद है कि वह अपने घर में सबको शिकस्त देकर तीसरी बार वर्ल्ड चैंपियन बनेगी.
गंभीर की शानदार पारी ने श्रीलंका का तोड़ा था सपना
2011 वनडे वर्ल्ड कप में ओपनर गौतम गंभीर ने सबसे ज्यादा 97 रनों की शानदार पारी खेली थी. वहीं एमएस धोनी ने नाबाद 91 रनों की पारी खेली थी. जबकि आखिरी में युवराज सिंह ने नाबाद 54 रन बनाए थे. धोनी ने आखिरी बॉल पर छक्का जड़ टीम इंडिया को जीत दिलाई थी. फाइनल में श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट गंवाकर 274 रन बनाए थे. श्रीलंका के लिए महेला जयवर्धने ने 103 रन की नाबाद शतकीय पारी खेली थी. जवाब में टीम इंडिया ने 4 विकेट गंवाकर ट्रॉफी को अपने नाम कर लिया.
Determined & Unconquerable! #Throwback to this historic #WorldCup victory with this epic team 12 years back! 🇮🇳 🏆#WorldCup2011 #Throwback #12Years pic.twitter.com/ScwbfivP2z
— Yuvraj Singh (@YUVSTRONG12) April 2, 2023
12 years ago India 🇮🇳 lifted the World Cup...the greatest moment of my life!
— Sachin Tendulkar (@sachin_rt) April 2, 2023
Where were you when this happened and how did you celebrate? ☺️ pic.twitter.com/AeZjMcpo9P
युवराज सिंह बने थे प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट
वर्ल्ड कप 2011 के वर्ल्ड कप में सचिन तेंदुलकर ने टीम इंडिया के लिए सबसे ज्यादा 482 रन बनाए थे. जबकि जबकि जहीर खान ने सबसे ज्यादा 21 विकेट हासिल किए थे. वहीं युवराज सिंह को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया था. उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में बल्ले और गेंद दोनों से कमाल का प्रदर्शन किया था. युवी ने इस टूर्नामेंट में 362 रन बनाए थे और 15 महत्वपूर्ण विकेट हासिल किए थे.