भारत के कई क्रिकेटर काफी अनुभवी होने के बावजूद भी टीम से बाहर चल रहे हैं. इसका मुख्य कारण है उनका लगातार खराब प्रदर्शन. बाहर बैठे खिलाड़ी इंतजार में रहते हैं कि शायद अगले सीरीज में उनकी वापसी हो जाए लेकिन नए खिलाड़ियों को मौका देने की वजह से बाहर रहना पड़ रहा है. मौजूदा समय में तीन ऐसे खिलाड़ी है जिन्हें इंग्लैंड दौरे के लिए शामिल किया गया है लेकिन उनका खराब प्रदर्शन जारी है. अगर इस दौरे पर भी उनका खराब प्रदर्शन जारी रहे तो वो दिन दूर नहीं जब उन खिलाड़ियों को टीम से बाहर जाना पड़े. अगर ऐसा होता है तो शायद ही ये खिलाड़ी फिर से टीम में वापसी कर सकें.
आइए, जानते हैं उन खिलाड़ियों और उनके प्रदर्शन के बारे में
चेतेश्वर पुजारा
पुजारा की गिनती बेस्ट टेस्ट क्रिकेटरों में की जाती हैं. जब-जब टीम को विकेट पर टिकने की जरूरत पड़ी है तब-तब पुजारा ने मोर्चा संभाले रखा. हलांकि पिछले कुछ समय उनका खराब प्रदर्शन जारी है. मैदान पर रन बनाने के लिए वो जूझते नजर आ रहे हैं. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में भी पुजारा का बल्ला खामोश रहा. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के पहली पारी में वह टीम के लिए 8 रन ही बना पाए थे. वहीं दूसरी पारी में उनके बल्ले से मात्र 15 रन निकले थे. इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में उनके बल्ले से दोनों पारियों में सिर्फ 16 रन ही निकले. अगर इस सीरीज के अगामी मैचों में भी पुजारा अच्छा प्रदर्शन असक्षम होते हैं तो उन्हें भारत की टेस्ट टीम से हमेशा के लिए बाहर किया जा सकता है.
रिद्धिमान साहा
रिद्धिमान साहा विकेटकीपर बल्लेबाज हैं. उनका क्रिकेट करियर काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा. पहले महेन्द्र सिंह धोनी की वजह से टीम में शामिल नहीं हो पा रहे थे. क्योंकि धोनी विकेटकीपर बल्लेबाज के साथ-साथ टीम के कप्तान भी थे. धोनी के सन्यास लेने के बाद साहा की टेस्ट में जगह लगभग पक्की हो गई. लेकिन चोट की वजह से उनका टीम में आना जाना लगा रहा. अब उन्हें युवा विकेटकीपर ऋषभ पंत की तरफ से कड़ी चुनौती मिल रहा है क्योंकि पंत बल्लेबाजी के साथ- साथ विकेट के पीछे भी शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं. वही, 36 के पार हो चुके रिद्धिमान साहा के ऊपर अच्छा प्रदर्शन करने का दवाब रहेगा. आगे की सीरीज में वो टीम में रहेंगे या नहीं ये भी उनके प्रदर्शन पर ही निर्भर करेगा.
शार्दुल ठाकुर
भारतीय टीम में तेज गेंदबाजी का कम्पीटीशन बहुत ज्यादा है. टीम के पास प्लेइंग इलेवन के लिए बुमराह, शमी और ईशांत जैसे अनुभवी तेज गेंदबाज है. वहीं उमेश यादव और मोहम्मद सिराज भी शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं. इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में उन्होंने दोनों पारियों में 2-2 विकेट लिए थे. भुवनेश्वर कुमार जैसे तेज गेंदबाज भी टीम में शामिल होने के लिए इंतजार में बैठे हैं. ऐसे में शार्दुल ठाकुर को टीम में बने रहने के लिए बड़ी चुनौती है. उनका टेस्ट करियर भी अब उनके प्रदर्शन पर ही निर्भर करेगा.
Source : Sports Desk