क्रिकेट के इतिहास में करीब चार दशक बाद वन डे में पहला दोहरा शतक लगा था. यह दोहरा शतक (First double century in ODIs) किसी और ने नहीं, बल्कि क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर (Lord of Cricket Sachin Tendulkar) ने जड़ा था. इससे पहले कभी वन डे क्रिकेट में दोहरा शतक नहीं लगा था. आज ही के दिन दस साल पहले 24 फरवरी (History of 24 February) को पहला दोहरा शतक लगाया गया था. इसलिए आज का दिन खास हो जाता है. यह दोहरा शतक मध्यप्रदेश के ग्वालियर में कैप्टन रूपसिंह स्टेडियम (Roop Singh Stadium Gwalior) में लगा था. आज इस शतक को दस साल पूरे हो गए हैं. भारत के लिए यह इसलिए भी खास था कि इस कारनामे को किसी भारतीय ने किया था. हालांकि सचिन तेंदुलकर के बाद कई बल्लेबाज वन डे में दोहरा शतक लगा चुके हैं, लेकिन इसका रास्ता सचिन तेंदुलकर ने ही खोला था. हालांकि अब तो T20 में भी दोहरे शतक की बात होने लगी है.
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ग्वालियर का कैप्टन रूपसिंह स्टेडियम बना गवाह
सचिन तेंदुलकर ने आज से दस साल पहले 24 फरवरी 2010 को ग्वालियर के कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहला दोहरा शतक लगाया था. उस मैच में भारतीय टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी का फैसला किया. भारत की ओर से सलामी जोड़ी के रूप में वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर ओपनिंग करने मैदान में उतरे. हालांकि भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही और जब वीरेंद्र सहवाग नौ रन बनाकर खेल रहे थे, तभी वे आउट हो गए. तब तक टीम इंडिया के खाते में 25 रन ही जुड़े थे. वीरेंद्र सहवाग के आउट होने के बाद क्रीज पर आए दिनेश कार्तिक. सचिन और कार्तिक ने भारत की पारी को आगे बढ़ाया और तेज से रन बनाने शुरू कर दिए. दिनेश कार्तिक भी सचिन तेंदुलकर का पूरा सहयोग कर रहे थे. सचिन उस मैच में पहले से ही लय में लग रहे थे और शानदार बल्लेबाजी कर रहे थे.
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दिनेश कार्तिक ने दिया पूरा सहयोग
दोनों के बीच अच्छी साझेदारी हुई और टीम का स्कोर 100 और 200 को भी पार कर गया. जब टीम का स्कोर 219 रन था, तभी दिनेश कार्तिक आउट हो गए. दिनेश कार्तिक ने अपनी पारी में 79 रन बनाए और कुल 124 गेंदों का सामना किया. दिनेश कार्तिक के आउट होने के बाद यूसुफ पठान क्रीज पर आए. वे कुछ देर तो क्रीज पर टिके, लेकिन जब स्कोर 300 पर पहुंचा तभी वे 36 रन बनाकर आउट हो गए. हालांकि 36 रन बनाने के लिए पठान ने मात्र 23 गेंदों का ही सामना किया. उसके बाद क्रीज पर आए कप्तान महेंद्र सिंह धोनी. धोनी ने आते ही चौके और छक्कों की बरसात कर दी. उधर सचिन तेंदुलकर भी तेजी से रन बना रहे थे. जब सचिन 190 रन बना चुके थे और अभी कुछ ओवर का खेल शेष था, तभी इस बात की संभावना जताई जाने लगी थी कि सचिन तेंदुलकर आज दोहरा शतक जरूर लगाएंगे. लेकिन सचिन से पहले कई बल्लेबाज 190 रन के आसपास रन बना चुके थे, लेकिन दोहरा शतक कोई नहीं लगा पाया था. इसलिए कुछ लोग इसे नकार भी रहे थे. 45 ओवर के समाप्त होने पर सचिन तेंदुलकर 191 रन बनाकर खेल रहे थे और दूसरी ओर धोनी 13 गेंद में 17 रन बना चुके थे. 46 वें ओवर में सचिन को केवल दो ही गेंदें खेलने का मौका मिला और उन्होंने उन दो गेंदों पर चार रन अपने खाते में और जोड़े. इस तरह से सचिन अब वन डे इतिहास में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए थे. लेकिन अब सबकी निगाहें दोहरे शतक पर थीं.
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महेंद्र सिंह धोनी की विस्फोटक पारी
उधर धोनी अब विस्फोटक बल्लेबाजी कर रहे थे. धोनी ने उस ओवर में एक चौका और एक छक्का मारा. सचिन अभी भी दोहरे शतक से दूर थे. 47वें ओवर में सचिन को तीन गेंदें खेलने के लिए मिली और उस उन्होंने दो रन और जोड़ लिए. अब सचिन 198 पर पहुंच चुके थे. 48वें ओवर में सचिन ने दो गेंद खेली और एक रन बनाया. सचिन अब इतिहास रचने से महज एक रन दूर थे. 49वें ओवर में सचिन को एक भी गेंद खेलने के लिए नहीं मिली और धोनी ने सभी छह गेंदें खेलीं. इस ओवर में धोनी ने टीम इंडिया और अपने खाते में दो छक्कों और एक चौके की मदद से 17 रन जोड़े.
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अब था मैच का आखिरी यानी 50वां ओवर. स्ट्राइक कप्तान एमएस धोनी के पास थी. उन्होने पहली ही गेंद पर छक्का जड़ दिया. अब पांच गेंद का ही खेल शेष था और सचिन को भी एक रन की जरूरत थी. ओवर की दूसरी गेंद पर धोनी ने एक रन लिया और अब स्ट्राइक सचिन तेंदुलकर को दे दी. सचिन तीसरी गेंद खेलने स्ट्राइक पर आए और उसी गेंद पर एक रन लेकर पहली बार वन डे क्रिकेट के इतिहास में दोहरा शतक लगाने वाले बल्लेबाज बन गए. सचिन ने इस मैच में 147 गेंदों का सामना किया और नाबाद 200 रन की पारी खेली. वहीं धोनी ने भी 35 गेंद में ही 68 रन की विस्फोटक पारी खेली. सचिन ने इस पारी में 25 चौके जड़े और तीन छक्के भी लगाए. उनका स्टाइक रेट 136.05 का रहा. सचिन के दोहरे शतक की मदद से भारत ने इस मैच में 401 रन बना दिए. वहीं जब दक्षिण अफ्रीका की टीम बल्लेबाजी के लिए आई तो 42.5 ओवर में 248 रन बनाकर ही आउट हो गई. इस तरह से भारत ने इस मैच को 153 रन से जीत लिया.
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अब तक किसने लगाए हैं वन डे में दोहरे शतक
सचिन तेंदुलकर के पहली बार 200 रन बनाने के बाद दुनियाभर के कई खिलाड़ी वन डे में दोहरा शतक लगा चुके हैं. रोहित शर्मा एकमात्र ऐसे बल्लेबाज हैं, जिन्होंने वन डे में तीन बार दोहरा शतक जड़ा है. वन डे इंटरनेशनल में सबसे ज्यादा बड़ा स्कोर बनाने का रिकार्ड आज भी रोहित शर्मा के ही नाम है. रोहित शर्मा ने साल 2014 में श्रीलंका के खिलाफ 264 रन की पारी खेली थी. इसके बाद दूसरे नंबर पर मार्टिन गुप्टिल का नाम आता है, जिन्होंने 237 रन की पारी वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली थी. इसके बाद तीसरे नंबर पर वीरेंद्र सहवाग हैं, वीरू ने साल 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 219 रन बना दिए थे. इसके बाद वेस्टइंडीज के क्रिस गेल ने 215, पाकिस्तान के फखर जमा ने 210 रन बनाए हैं. इसके बाद फिर रोहित शर्मा का ही नंबर आता है, जिन्होंने साल 2013 में 209 और 2017 में 208 रन की पारी खेली थी. सचिन तेंदुलकर ने 200 रन की नाबाद पारी खेलकर इस रास्ते को खोला था, जिस पर अब तक कई बल्लेबाज चल चुके हैं.
Source : Pankaj Mishra