क्रिकेट ही नहीं बल्कि दुनिया के सभी खेलों में रोजाना कोई न कोई नए रिकॉर्ड्स बनते और टूटते रहते हैं. टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग का एक पुराना डायलॉग तो आपको याद ही होगा, जब उन्होने संजय मांजरेकर से कहा था कि रिकॉर्ड्स को बनते ही हैं टूटने के लिए. लेकिन, कुछ खिलाड़ी इतिहास के पन्नों में ऐसे रिकॉर्ड्स भी दर्ज करा देते हैं, जिन्हें तोड़ना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन सा है. आज हम आपको क्रिकेट के कुछ ऐसे ही बड़े रिकॉर्ड्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें तोड़ना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है.
दुनियाभर में फैले कोरोना वायरस की वजह से सभी प्रकार की खेल गतिविधियों पर रोक लगी हुई है. आप भी लॉकडाउन के चलते अपना पसंदीदी खेल नहीं देख पा रहे हैं. घर में बैठे-बैठे आप बोर ना हो जाएं, इसलिए हम आपके लिए रोजाना क्रिकेट के कुछ बेहद खास रिकॉर्ड्स और जानकारियां लेकर आते हैं. इसी सिलसिले में आज हम आपको क्रिकेट के कुछ रिकॉर्ड्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें तोड़ना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है.
1. विराट कोहली
टीम इंडिया के मौजूदा कप्तान विराट कोहली के नाम एक ऐसा रिकॉर्ड दर्ज है, जिसके बारे में आप शायद ही जानते होंगे. साल 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए एक टी20 मैच में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने विराट कोहली के हाथ में गेंद थमाई. विराट कोहली यहां पहली बार एक गेंदबाज की भूमिका में दुनिया के सामने आए थे. विराट कोहली के सामने इंग्लैंड के तेज-तर्रार बल्लेबाज केविन पीटरसन थे. विराट कोहली के करियर की पहली गेंद वाइड थी, लेकिन इस वाइड गेंद पर केविन पीटरसन विकेट के पीछे खड़े धोनी के हाथों स्टंप आउट हो गए. इसी के साथ विराट कोहली दुनिया के ऐसे पहले गेंदबाज बन गए, जिन्होंने बिना कोई गेंद डाले विकेट चटका लिया.
2. शोएब अख्तर
पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर की रफ्तार से तो पूरी दुनिया वाकिफ है. क्रिकेट में शोएब अख्तर की रॉकेट जैसी स्पीड वाली गेंदों को टक्कर देने के लिए कई गेंदबाज आए, लेकिन अभी तक कोई भी उनकी सबसे तेज गति की गेंद का रिकॉर्ड नहीं तोड़ सका है. शोएब अख्तर के नाम दुनिया की सबसे फास्टेस्ट बॉल है, उन्होंने विश्व कप 2003 में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए मैच में 161. 3 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेकी थी.
3. सर डॉन ब्रैडमैन
क्रिकेट में डॉन के नाम से मशहूर ऑस्ट्रेलिया के महान बल्लेबाज सर डॉन ब्रैडमैन के नाम इतिहास का सर्वाधिक औसत है. ब्रैडमैन ने अपने करियर में कुल 52 टेस्ट मैच खेले और 99.94 की औसत से 6996 रन बनाए. क्रिकेट के इतिहास में अभी तक कोई भी बल्लेबाज ब्रैडमैन की ऐवरेज के आस-पास भी नहीं भटक पाया है. तो इससे आप खुद ही अंदाजा लगा सकते हैं कि उनका ये रिकॉर्ड तोड़ना किसी के वश की बात है या नहीं. डॉन ने महज 52 मैचों के करियर में 29 शतक और 13 अर्धशतक जड़ दिए थे.
4. मुथैया मुरलीधरन
श्रीलंका के महान गेंदबाज मुथैया मुरलीधरन के नाम क्रिकेट इतिहास में सबसे ज्यादा विकेट दर्ज हैं. मुरलीधरन ने अपने क्रिकेट करियर में कुल 495 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले और 1347 विकेट हासिल किए. उन्होंने 133 टेस्ट में 800 विकेट, 350 वनडे में 534 विकेट और 12 टी20 मैचों में 13 विकेट चटकाए हैं. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में मुरलीधरन का रिकॉर्ड तोड़ना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है.
5. लसिथ मलिंगा
दुनिया के दिग्गज गेंदबाजों में से एक श्रीलंका के पेसर लसिथ मलिंगा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा हैट्रिक लेने वाले गेंदबाज हैं. मलिंगा के नाम कुल 5 हैट्रिक हैं. उन्होंने वनडे क्रिकेट में 3 और टी20 क्रिकेट में 2 बार हैट्रिक ली है. आपको जानकर हैरानी होगी कि उन्होंने 2 बार 4 गेंदों पर 4 विकेट भी चटकाए हैं.
Source : News Nation Bureau