पाकिस्तान क्रिकेट में कुछ न कुछ होता ही रहता है जो चर्चा का विषय बन जाता है. अब पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने फैसला लिया है कि उनके यहां क्रिकेट में टॉस नहीं होगा. पाकिस्तान क्रिकेट के इतिहास में ऐसा पहली बार होने जा रहा है. हालांकि, यह नियम केवल प्रथम श्रेणी क्रिकेट में ही होगा. यह नियम फिलहाल कायदे आजम ट्रॉफी में लागू किया जाएगा. पीसीबी के एक सूत्र ने बताया कि नियम के तहत मेहमान टीम को यह निर्णय लेने का मौका मिलेगा कि वह पहले बल्लेबाजी करती या फिर गेंदबाजी. यह फैसला इसलिए किया गया है ताकि खेल तटस्थ बना रहे और घरेलू टीम को कोई अतिरिक्त फायदा ना मिले. पीसीबी 12 सितंबर से कायदे आजम ट्रॉफी के साथ नए सत्र को शुरू करेगा.
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सूत्र ने बताया कि अगर ऐसी परिस्थिति बनी, जिसमें दोनों टीमें पहले बल्लेबाजी पर अड़ी रहती हैं तो मैच रेफरी टॉस का सहारा लेंगे. आमतौर पर घरेलू टीम तेज गेंदबाजों को मदद करती पिच बनाते हैं. हमें लगता है कि इस घरेलू सीजन में हम बेहतर पिच बनाएंगे ताकि फर्स्ट क्लास क्रिकेट में अच्छा खेल देखने को मिले. पिच क्यूरेटर्स पर पूरा ध्यान दिया जाएगा, ताकि वह सही काम करें. उन्होंने कहा कि एकदिवसीय और T-20 सीरीज को पहले की तरह टॉस जारी रखा जाएगा.उन्होंने कहा कि पीसीबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी वसीम खान ने यह विचार रखा था जिस पर बोर्ड के अन्य अधिकारियों ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है.
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वसीम ने कहा कि कि प्रथम श्रेणी क्रिकेट में कोई बड़ा और कड़ा मुकाबला देखने को नहीं मिल रहा है, टॉस के अलावा वह और भी विकल्पों पर काम कर रहे हैं, जिससे प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सुधार हो.
Source : पीटीआई