लॉर्ड्स का मैदान इंग्लैंड के ऐतिहासिक मैदानों में से एक है. इस मैदान पर खेलना किसी सपने के सच होने से कम नहीं है. इस मैदान पर जब भी कोई बल्लेबाज शतक बनाता है या फिर कोई गेंदबाज पांच विकेट हासिल करता है तो उसका नाम लॉर्ड्स ऑनर्स बोर्ड पर दर्ज हो जाता है. लेकिन लॉर्ड्स ऑनर्स बोर्ड पर अपना नाम दर्ज कराना इतना भी आसान नहीं है. भारतीय टीम का इस मैदान पर टेस्ट रिकॉर्ड अच्छा नहीं रहा है. यहां खेले 18 टेस्ट में से मात्र दो में जीत तथा चार मैच ही ड्रॉ करवाने में कामयाबी हासिल हुई है। वहीं, कई ऐसे भारतीय खिलाड़ी है जिन्होंने लॉर्ड्स के इस ऐतिहासिक मैदान पर विपरित स्थिति में दमदार बल्लेबाजी कर टीम को जीत की दहलीज तक पहुंचाया है. उन यादगार पारियों के लिए अभी भी उन खिलाड़ियों को सराहा जाता है. इस आर्टिकल में हम उन 3 बेहतरीन पारियों का जिक्र करने जा रहे हैं जो भारतीय बल्लेबाजों ने लॉर्ड्स के मैदन पर खेली हैं.
दिलीप वेंगसरकर
1986 में लॉर्ड्स के मैदान पर दिलीप वेंगसरकर भारत की पहली टेस्ट जीत में अहम भूमिका अदा की थी. पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड ने 294 रन बनाए. जवाब में भारत के दो बल्लेबाज सिर्फ 90 रन पर पवेलियन लौट चुके थे. इस विपरित स्थिति में वेंगसरकर ने शानदार शतक लगाते हुए टीम का स्कोर 341 रन पर पहुंचाया. दूसरी पारी में इंग्लैंड की टीम 180 रनों पर ढेर हो गई. भारत को जीत के लिए 134 रन का टारगेट मिला. इस लक्ष्य को भारत ने 5 विकेट खोकर हासिल कर लिया. भारत के लिए यह जीत इस ऐतिहासिक मैदान पर पहली टेस्ट जीत थी.
सौरभ गांगुली
भारत के पूर्व कप्तान और बीसीसीआई अध्यक्ष उन खिलाड़ियों में से एक हैं जिन्हें लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर टेस्ट में डेब्यू करने का मौका मिला.1996 में इंग्लैंड दौरे पर गई भारतीय टीम को पहले मैच में 8 विकेट से हार मिली थी। अगला मैच लॉर्ड्स के मैदान पर होने वाला था जो कि टीम के लिए आसान नहीं था. इस मैच में दो-दो खिलाड़ी टेस्ट डेब्यू में डेब्यू कर रहे थे. जिसमें से एक मौजूदा बीसीसीआई अध्यक्ष सौरभ गांगुली हैं और दूसरा राहुल द्रविड़. इस मैच में पहले दिन इंग्लैंड ने बल्लेबाजी की थी. भारत की पहली पारी में नंबर 3 पर बैटिंग करने आए सौरभ गांगुली ने शानदार प्रदर्शन करते हुए डेब्यू मैच में शतक लगाए. गांगुली ने 301 गेंदों पर 131 रनों की लाजवाब पारी खेला. यह मैच ड्रा रहा था.
अजिंक्य रहाणे
साल 2014 में भारतीय टीम इंग्लैंड दौरे पर गई थीं. टेस्ट सीरीज के पहला मैच किसी तरह से टेस्ट ड्रॉ कराने में सफल रही. इसके बाद उनकी अगली चुनौती लॉर्ड्स टेस्ट था. जहां पर पहले से ही भारत का रिकॉर्ड खराब रहा है. पहले बल्लेबाजी करने आए भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही और टीम महज 86 के स्कोर तक 3 विकेट खो दिए थे. एक तरफ से विकेट गिरते रहे वहीं दूसरी छोर पर अजिंक्य रहाणे डटे रहे। रहाणे ने पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ मिलकर शानदार बल्लेबाजी करते हुए लॉर्ड्स के मैदान पर एक यादगार शतक लगाया। अपनी इस पारी में उन्होंने 154 गेंदों का सामना करते हुए 103 रन बनाए. मैच में भारतीय गेंदबाजों ने भी शानदार गेंदबाजी की और इस ऐतिहासिक मैदान पर शानदार जीत दर्ज की.
Source : Sports Desk