IPL के 15वें सीजन में हर वो कुछ देखने को मिल रहे हैं जो पहले नहीं देखने को मिले. इस बार के आईपीएल में मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) से लेकर चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) जैसी टीमों को लगातार हार का सामना करना पड़ रहा है. जबकि ऐसे कई खिलाड़ी हैं जिनका बल्ले और गेंद से खराब प्रदर्शन लगातार जारी है, लेकिन इस बार जो सबसे ज्यादा ध्यान आकर्षित कर रहा है वो है देशी खिलाड़ियों का बेहतर प्रदर्शन. आईपीएल के इस सीजन में युवा भारतीय खिलाड़ी अपना लगातार जलवा बिखेर रहे हैं. चाहे वह उमरान मलिक (Umran malik) हो या आयुष बदोनी (Ayush badoni), ये सभी खिलाड़ी अपना कारनामा दिखा रहे हैं. देखा जाय तो पहले की तुलना में इस बार देशी खिलाड़ी अपेक्षा के विपरीत प्रदर्शन कर रहे हैं जबिक टी20 लीग के इस सीजन में विदेशी खिलाड़ियों की निर्भरता कम हो रही है.
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T20 लीग में पहले विदेशी खिलाड़ी बड़े-बड़े शॉट लगाने के लिए जाने जाते थे. इसमें कई प्रसिद्ध खिलाड़ी आते ही छा जाते थे, लेकिन मौजूदा सीजन में बदोनी के अलावा तिलक वर्मा, राहुल तेवतिया और अभिनव मनोहर ने अच्छा खेल दिखाया है. इस कारण विदेशी खिलाड़ियों की निर्भरता कम हुई है. इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए गुजरात टाइंटस (GT) के मेंटॉर गैरी कर्स्टन ने कहा कि इस बार भारतीय खिलाड़ी आईपीएल के माहौल में अधिक सहज महसूस कर रहे हैं. इसका उन्हें फायदा भी मिल रहा है.
कर्स्टन ने कहा, यह सीजन भारतीय खिलाड़ियों का
टीम इंडिया के पूर्व कोच कर्स्टन (gary kirsten) ने भी भारतीय खिलाड़ियों के पक्ष में अपना बयान दिया है. कर्स्टन ने कहा कि मेरे हिसाब से यह टूर्नामेंट अब तक भारतीय खिलाड़ियों का रहा है. कई युवा खिलाड़ियों ने वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया है. आईपीएल (IPL 2022) जैसे दबाव वाले टूर्नामेंट में ऐसा करना आसान नहीं है. मुंबई इंडियंस की टीम अब तक एक भी मैच नहीं जीत सकी है. उसने शुरुआत में 4 विदेशी खिलाड़ियों को मौका दिया. लेकिन तीन हार के बाद उसने इनकी संख्या घटाकर आधा कर दिया. वहीं टॉप पर चल रही गुजरात टाइटंस (GT) ने हर मुकाबले में 4 विदेशी खिलाड़ियों को मौका दिया है.