Virat Kohli's Plan : कल 29 साल का सपना फिर अधूरा रह गया. सपना सीरीज अपने नाम करने का. तीसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन तक भारत के हाथ में था मैच, लेकिन इसके बाद साउथ अफ्रीका के बल्लेबाज पिच पर जम गए. भारत के तेज गेंदबाजों ने बहुत कोशिश की लेकिन विकेट नहीं निकाल पाए. अब सीरीज हारने के बाद एक बार फिर से कोहली (Virat Kohli Captain) के कप्तानी भविष्य को लेकर बाते होने लगी हैं, कि क्या आने वाले समय में कुछ बड़ा होने वाला है. वो बड़ा फैसला या तो BCCI करेगा या फिर विराट कोहली खुद. इस पर बात करने से पहले टीम के खेल पर बात कर लेते हैं.
भारत की टीम ने पहला मैच बहुत ही शानदार तरीके से अपने नाम किया. ऐसा लगा कि इस बार तो इतिहास रचना तय है. लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. विराट कोहली अचानक चोटिल हो जाते हैं, और BCCI केएल राहुल को टेस्ट मैचों का नया कप्तान बनाती है. राहुल की कप्तानी को देख कर साफ़ लगा कि अभी उन्हें सीखने की जरूरत है. बहुत ही डिफेंसिव कप्तानी उन्होंने की. नतीजन भारत दूसरा टेस्ट मैच हार गया.
खैर तीसरे और आखिरी टेस्ट मैच से पहले कप्तान विराट कोहली की वापसी होती है. और टीम एक जोश के साथ मैच में जाती है. तीसरे दिन तक मैच भारत के हाथ में होता है. लेकिन दूसरी पारी में भारतीय गेंदबाज वो जीत का करिश्मा नहीं कर पाए. इसी के साथ भारत 1-2 से सीरीज हार जाता है.
टेस्ट मैचों के इस पूरे सफर को देखें तो टीम ने जान लगाई है जीत के लिए. विराट कोहली एक कप्तान के तौर पर टीम के लिए अभी भी जरूरी हैं. सीरीज में भारत की तरफ से तीसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले प्लेयर रहे. टेस्ट मैचों में विराट का रिकॉर्ड शुरू से ही शानदार रहा है. हम अभी यही उम्मींद करेंगे कि विराट कोहली अभी कप्तानी करेंगे और टीम के लिए नए नए रिकार्ड्स बनाएगें.
19 जनवरी से वन-डे सीरीज शुरू हो रही है. टेस्ट मैचों में ना सही तो लिमिटेड फॉर्मेट में विराट के शतकों का सूखा जरूर खत्म होगा. विराट कोहली को दिखाना होगा कि वो वर्ल्ड के अभी भी बेस्ट बैट्समैन हैं.