U-19 World Cup: अंडर-19 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के पांच विकेट झटकने वाले राज बावा का नाम सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है. इंग्लैंड के खिलाफ घातक गेंदबाजी करके इन्होंने प्रतिद्वंद्वी टीम को 189 रनों पर रोकने में बड़ी भूमिका निभाई. राजा बावा ऑलराउंडर हैं और इस वर्ल्ड कप में गेंद-बल्ले दोनों से ही शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं. राज बावा की खास बात ये है कि उन्हें खेल विरासत में मिला है. उनके दादा जी त्रलोचन बावा हॉकी के इंटरनेशनल प्लेयर रहे हैं. वह ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्य रहे थे. साल 1948 में लंदन ओलंपिक में गोल्ड जीतने वाली हॉकी टीम में त्रलोचन वाबा भी थे.
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राज बावा युवराज सिंह को अपना आदर्श मानते हैं. युवराज सिंह और राज बावा के करियर में एक समानता भी है. राज बावा के पिता सुखविंदर ने हॉकी और क्रिकेट, दोनों में हाथ आजमाया था लेकिन चोट के कारण वह खेलों में सफलता नहीं पा सके. युवराज सिंह को पिता योगराज सिंह भी क्रिकेटर थे लेकिन वह भी सफल नहीं हो सके. जैसे युवराज सिंह ने इंटरनेशनल क्रिकेट में धाक जमाकर अपने पिता के सपने को पूरा किया, उसी तरह राज बावा भी क्रिकेट में धूम मचाकर अपने पिता के सपने को पूरा कर रहे हैं. युवराज की तरह राज बावा भी ऑलराउंडर हैं. कमाल की बात ये भी है कि राज बावा के पिता बाद में ट्रेनर बन गए थे और उन्होंने युवराज सिंह को ट्रेनिंग दी है.
बता दें कि 12 नवंबर 2002 को हिमाचल प्रदेश में जन्में राज अंगद बावा पहले एक्टर बनना चाहते थे लेकिन पिता और दादा की विरासत उन्हें खेलों की तरफ ले आई. एक स्टेडियम में मैच देखने के दौरान राज बावा ने क्रिकेटर बनने का फैसला कर लिया. पिता के सामने जब युवराज को ट्रेनिंग लेते देखा तभी से युवराज से प्रभावित हो गए. राज वाबा अंडर-19 वर्ल्ड कप में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भी 4 विकेट ले चुके हैं, जबकि युगांडा के खिलाफ 162 रन की तूफानी पारी खेलकर अंडर-19 वर्ल्ड कप के एक मैच में सर्वाधिक स्कोर बनाने वाले भारतीय बन गए.