पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने सोमवार को उमर अकमल पर तीन साल का प्रतिबंध लगा दिया है. उनके खिलाफ यह प्रतिबंध क्रिकेट के सभी प्रारूप में लागू होगा. इसका अर्थ यह हुआ कि उमर अकमल अब तीन साल तक क्रिकेट से दूर रहेंगे. उमर अकमल पर यह प्रतिबंध उन्हें दिए गए फिक्सिंग के एक प्रस्ताव की जानकारी बोर्ड को नहीं देने पर लगाया गया है. यह प्रस्ताव उन्हें पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) के पांचवें संस्करण के शुरू होने से पहले दिया गया था. पीसीबी के भ्रष्टाचार रोधी संहिता के तहत यह अनिवार्य है कि किसी खिलाड़ी को फिक्सिंग का कोई प्रस्ताव मिले तो वह बिना देर किए इसकी जानकारी बोर्ड को दे. ऐसा नहीं करने पर सजा का प्रावधान है.
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पाकिस्तान सुपर लीग से पहले सटोरियों द्वारा संपर्क किए जाने की जानकारी नहीं देने वाले तुनकमिजाज बल्लेबाज उमर अकमल पर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने सोमवार को क्रिकेट के सभी फॉर्मेट में तीन साल का प्रतिबंध लगा दिया. उन पर बोर्ड की भ्रष्टाचार निरोधक संहिता की धारा 2.4.4 के तहत फरवरी में हुए दो मामलों के तहत आरोप लगाये गए हैं. ये दोनों मामले पाकिस्तान की T20 लीग पीएसएल से जुड़े हैं. पीसीबी के मीडिया विभाग ने आधिकारिक ट्विटर हैंडिल पर लिखा, उमर अकमल पर जस्टिस (सेवानिवृत्त) फजल ए मिरान चौहान की अध्यक्षता वाली अनुशासन समिति ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों में तीन साल का प्रतिबंध लगा दिया है.
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उमर अकमल लाहौर में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में अनुशासन समिति के सामने पेश हुए थे. उन्होंने पिछले महीने ही इन आरोपों के खिलाफ अपील नहीं करने का फैसला किया था. उसके बाद मामला अनुशासन समिति को सौंप दिया गया था, जिसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि उन पर छह महीने या एक साल का प्रतिबंध और जुर्माना लगाया जाएगा. उमर को पाकिस्तान सुपर लीग के 2020 सत्र के पहले मैच से ठीक पूर्व निलंबित कर दिया गया था. वह पाकिस्तान के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज कामरान अकमल के छोटे भाई हैं. पीसीबी ने कहा है कि जस्टिस चौहान से और जानकारी मिलने के बाद वह इस बारे में विस्तार से बताएगा.
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उमर ने अकादमी में हुई सुनवाई में अपना पक्ष खुद रखा जबकि पीसीबी की ओर से तफज्जुल रिजवी वकील थे. पीसीबी निदेशक (भ्रष्टाचार निरोधक और सुरक्षा) आसिफ महमूद ने कहा, पीसीबी को इसमें कोई खुशी नहीं मिल रही कि एक चमकता हुआ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर तीन साल के लिये खेल नहीं सकेगा. लेकिन एक बार फिर यह उन लोगों के लिए सबक है जो यह सोचते हैं कि भ्रष्टाचार निरोधक संहिता तोड़ने पर वे बच जाएंगे. उन्होंने कहा, मैं सभी पेशेवर क्रिकेटरों से भ्रष्टाचार से दूर रहने की अपील करता हूं और उन्हें चाहिए कि सटोरियों द्वारा संपर्क किए जाने की सूचना तुरंत अधिकारियों को दें. पाकिस्तान के पूर्व कप्तान रमीज राजा ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि मैच फिक्सिंग को अपराध का दर्जा देने का समय आ गया है. उन्होंने ट्वीट किया, तो उमर अकमल भी आधिकारिक तौर पर मूर्खों की जमात में शामिल. तीन साल का प्रतिबंध. अपनी प्रतिभा को कैसे बर्बाद किया. पाकिस्तान को अब मैच फिक्सिंग को अपराध घोषित कर देना चाहिए और ऐसे लोगों को जेल में डालना चाहिए.
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उमर ने पाकिस्तान के खिलाफ आखिरी बार श्रीलंका के खिलाफ अक्टूबर में खेला था. वह 16 टेस्ट, 121 वनडे, 84 टी20 मैच खेलकर क्रमश: 1003, 3194, 1690 रन बना चुके हैं. अपने कैरियर की प्रभावी शुरुआत करने वाले अकमल की अक्सर प्रशासकों से ठनती रही है. उन्होंने फरवरी में लाहौर स्थित राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में एक ट्रेनर को फिटनेस टेस्ट के दौरान कथित तौर पर अपशब्द भी कहे थे.
(इनपुट भाषा)
Source : News Nation Bureau