Advertisment

VIDEO : DRS के नियम पर बोले सचिन तेंदुलकर, हरभजन सिंह ने किया समर्थन, जानिए क्‍यों

क्रिकेट में बहुत सारे नियम ऐसे हैं, जिन पर समय समय पर अंगुली उठती रहती है. जब से क्रिकेट में डीआरएस आया है, जब से मैदानी अंपायरों का काम और भी मुश्‍किल हो गया है. इसलिए समय समय पर कुछ न कुछ बदलाव भी होते रहते हैं.

author-image
Pankaj Mishra
एडिट
New Update
sachin tendulkar

सचिन तेंदुलकर Sachin Tendulkar( Photo Credit : फाइल फोटो )

Advertisment

क्रिकेट में बहुत सारे नियम ऐसे हैं, जिन पर समय समय पर अंगुली उठती रहती है. जब से क्रिकेट में डीआरएस (DRS Rules) आया है, जब से मैदानी अंपायरों का काम और भी मुश्‍किल हो गया है. इसलिए समय समय पर कुछ न कुछ बदलाव भी होते रहते हैं. अब सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने एक और बड़े नियम पर सवाल उठा दिया है. जो खासतौर पर उन्‍होंने गेंदबाजों का पक्ष लेते हुए उठाया है. इस बीच भारतीय टीम के पूर्व स्‍पिन गेंदबाज हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) ने भी समर्थन किया है. 

यह भी पढ़ें ः एमएस धोनी की जीत के पीछे इन दो खिलाड़ियों का हाथ, गौतम गंभीर ने बताए नाम

महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने अंपायरों के फैसलों की समीक्षा प्रणाली (डीआरएस) से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) को अंपायर्स कॉल को हटाने का सुझाव देते हुए कहा कि एलबीडब्‍ल्‍यू में जब गेंद विकेट से टकरा रही हो तो बल्लेबाज को आउट दिया जाना चाहिए. सचिन तेंदुलकर ने ट्वीट किया, गेंद का कितना प्रतिशत हिस्सा विकेट पर लगता है यह मायने नहीं रखता है, अगर डीआरएस में गेंद विकेट पर लग रही हो तो मैदानी अंपायर के फैसले के इतर बल्लेबाज को आउट दिया जाना चाहिए. वेस्टइंडीज के महान बल्लेबाज ब्रायन लारा के साथ वीडियो चैट के दौरान सचिन तेंदुलकर ने कहा, क्रिकेट में तकनीक के इस्तेमाल का यही मकसद है. जैसा कि हम जानते हैं कि तकनीक 100% सही नहीं हो सकती, ना ही इंसान.

यह भी पढ़ें ः INDvAUS : भारतीय टीम करेगी आस्‍ट्रेलिया का दौरा, लेकिन क्वारंटाइन पर बोले सौरव गांगुली

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शतकों का शतक लगाने वाले दिग्गज सचिन तेंदुलकर ने कहा कि अगर गेंद सिर्फ विकेट को छूकर भी निकल रही हो तो गेंदबाज के पक्ष में फैसला होना चाहिए. उन्होंने कहा, मैं एक मामले में आईसीसी से सहमत नहीं हूं, वह है डीआरएस. खासतौर पर एलबीडब्‍ल्‍यू के मामले में. डीआरएस में मैदानी अंपायर का फैसला तभी बदला जा सकता है, जब गेंद का 50 फीसदी हिस्सा स्टंप्स से टकराता दिखे, जो सही नहीं है. गेंदबाज या बल्लेबाज तभी मैदानी अंपायर के फैसले के खिलाफ समीक्षा की मांग करते है जब वे इससे संतुष्ट नहीं होते हैं. सचिन तेंदुलकर ने कहा, ऐसे में जब मामला तीसरे अंपायर के पास जाता है, तो फिर तकनीक से ही नतीजा तय होना चाहिए. जैसा टेनिस में होता है, गेंद या तो कोर्ट के अंदर है या बाहर इसमें बीच की कोई स्थिति नहीं होती है.

यह भी पढ़ें ः ENGvWI : इंग्लैंड के पास सिर्फ 170 रन की बढ़त और दो विकेट बाकी, जानिए मैच का हाल

भारतीय ऑफ स्पिनर हरजभन सिंह ने सचिन तेंदुलकर के विचार का समर्थन किया है. उन्होंने ट्वीट किया, पाजी मैं आप से शत प्रतिशत सहमत हूं. अगर गेंद स्टंप्स को छूकर भी निकल रही है तो भी बल्लेबाज को आउट देना चाहिए. हरभजन ने कहा, इससे फर्क नहीं पड़ना चाहिए कि गेंद का कितना फीसदी हिस्सा विकेट से टकराया. ऐसे में खेल की बेहतरी के लिए कुछ नियमों में बदलाव होना चाहिए, जिसमें से यह एक होना चाहिए.

(इनपुट भाषा)

Source : Sports Desk

harbhajan singh ICC ICC Rules Sachin tendulkar DRS
Advertisment
Advertisment
Advertisment