इस समय पूरा देश ही नहीं बल्कि दुनिया के कई अलग-अलग जगहों पर IPL को लेकर क्रिकेट फैंस की दीवानगी देखी जा सकती है. यदि आपको IPL 2019 का वो मैच ध्यान हो, जिसमें किंग्स 11 पंजाब के कप्तान रविचंद्रन अश्विन ने राजस्थान रॉयल्स के सलामी बल्लेबाज जॉस बटलर को मांकडिंग रन आउट कर दिया था. अश्विन द्वारा किए गए इस रन आउट ने पूरी दुनिया में हलचल मचा कर दी थी. अश्विन को अपने इस रवैये को लेकर काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था. चलिए अब हम आपको इस विकेट की कुछ अंदर की बातें बताते हैं. मांकडिंग रन आउट का शब्द मांकडिंग, भारत के पूर्व क्रिकेटर वीनू मांकड से आया था.
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भारत के वीनू मांकड वो खिलाड़ी हैं, जिन्होंने क्रिकेट के इतिहास में सबसे पहले इस तरह का रन आउट किया था. 1947/48 के समय वीनू ने ऑस्ट्रेलिया के बिल ब्राउन को इस तरह से रन आउट किया था. वीनू मांकड द्वारा बिल ब्राउन को इस तरह से आउट करने का मामला क्रिकेट इतिहास में ऐसा पहला मामला था. जिसके बाद से ही इस तरह के रन आउट को मांकडिंग रन आउट का नाम दिया गया.
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आज भारत के उसी खिलाड़ी की जयंती है, वीनू मांकड का जन्म आज ही के दिन 12 अप्रैल 1917 को गुजरात के जामनगर में हुआ था. वीनू मांकड ने 22 जून 1946 में इंग्लैंड के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया था. वे बतौर ऑलराउंडर टीम इंडिया के साथ जुड़े थे. दाएं हाथ के बल्लेबाज वीनू मांकड बाएं हाथ से स्पिन गेंदबाजी भी किया करते थे. उन्होंने अपने टेस्ट करियर में 44 मैच खेले. अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में मांकड ने 31.47 की औसत से 2109 रन बनाए थे.
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वीनू ने अपने करियर के दौरान 5 शतक और 6 अर्धशतक भी लगाए थे. उनका अधिकतम स्कोर 231 रन रहा था. जबकि गेंदबाजी में भी उनका शानदार रिकॉर्ड रहा है. 44 मैच में उन्होंने कुल 162 विकेट लिए थे. एक पारी में उनका बेस्ट बॉलिंग फिगर 8/52 था, जबकि मैच में उनका बेस्ट फिगर 13/131 था. वीनू मांकड के तीन बेटे अशोक, अतुल और राहुल थे. जिनमें अभी केवल राहुल मांकड ही बचे हैं. अशोक मांकड और अतुल मांकड का निधन हो चुका है. वीनू मांकड का निधन 21 अगस्त 1978 को मुंबई में हुआ था. बता दें कि भारतीय डाक ने वीनू मांकड के चित्र के साथ डाक टिकट भी जारी किया था.
Source : Sunil Chaurasia