भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली इस समय अपनी बुरी फॉर्म से गुजर रहे हैं. इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज में कोहली के बल्ले से चार पारियों में 17.25 की औसत से महज 69 रन निकले हैं. नॉटिंघम में ड्रॉ पर छूटे पहले टेस्ट में भी कोहली कोई कमाल नहीं कर सके थे. भारत की पहली पारी में वह पहली ही गेंद पर बिना खाता खोले (गोल्डन डक) आउट हो गए थे. कोहली को जेम्स एंडरसन ने विकेटकीपर जोस बटलर के हाथों कैच आउट कराया था. वह लॉर्ड्स में खेले गए दूसरे टेस्ट में कोहली ने पहली पारी में 42 और दूसरी पारी में 20 रन बनाए थे. विराट कोहली को अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शतक बनाए हुए 21 महीने हो गए हैं. कोहली ने इंटरनेशनल क्रिकेट में आखिरी बार नवंबर 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ डे-नाइट टेस्ट में शतक बनाया था. तब उन्होंने कोलकाता में 136 रनों की शानदार पारी खेली थी. उस शतक के बाद से कोहली ने तीनों प्रारूपों यानी टेस्ट, वनडे और टी20 इंटरनेशनल की कुल 50 पारियों में 1772 रन बनाए, जिसमें 17 अर्धशतक शामिल हैं. इस दौरान उनका उनका एवरेज 40.27 का रहा है. कोहली को इससे पहले भी दो अवसरों पर शतक के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा था. 2011 में फरवरी से लेकर सितंबर तक 24 पारियों में कोहली शतक नहीं लगा पाए थे. वहीं, 2014 में फरवरी से लेकर अक्टूबर तक 25 पारियों में वह सेंचुरी नहीं जड़ सके थे.
टेस्ट क्रिकेट में शतक लगाए हो चुके हैं दो साल
कोहली टेस्ट क्रिकेट में शतक बनाए हुए लगभग 2 साल हो गए हैं. उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में अपना आखिरी शतक नवंबर 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ लगाया था. कोहली का फॉर्म इतना खराब हो गया है कि इस दौरान उनका बल्लेबाजी औसत 25 से भी नीचे चला गया है. कोहली के इस फॉर्म से भारतीय टीम को तो नुकसान हो रही रहा है साथ ही दर्शक उनपर गुस्सा हो रहे हैं.
बार-बार यह गलती कर रहे हैं कोहली
भारतीय कप्तान बार बार ऑफ स्टम्प्स पर कव ड्राइव खेलते हुए आउट हो रहे हैं. इस पर गावस्कर ने कहा कि ये चिंता की बात है, क्योंकि वो पांचवें, छठे और सातवें स्टंप की गेंदों पर आउट हो रहे हैं. 2014 में भी वो ऑफ स्टंप पर आउट हो रहे थे.
गावस्कर ने कोहली को क्यों दी सचिन को कॉल करने की सलाह?
पूर्व कप्तान गावस्कर ने कोहली को सचिन तेंदुलकर से बात करने की सलाह इसलिए दी है क्योंकि महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने ऑस्ट्रेलिया में बिना एक भी कवर ड्राइव के साल 2003-04 में 241 रनों की मैराथॉन पारी खेली थी. सचिन ने 436 गेंदों की इस इनिंग में एक भी कवर ड्राइव नहीं लगाया था.
HIGHLIGHTS
- तीसरे टेस्ट में भी कुछ खास नहीं कर सके कोहली
- टेस्ट में पिछले दो साल से नहीं बना चुके हैं शतक
- गावस्कर ने कहा, विराट सचिन तेंदुलकर से लें सलाह