किसी भी खिलाड़ी की सफलता के पीछे उसके कोच की कड़ी मेहनत और त्याग होता है। कोच की कड़ी मेहनत के कारण ही कई खिलाड़ी अपने खेल में शिखर तक पहुंच पाते हैं।
भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली जो आज क्रिकेट की दुनिया में शिखर पर हैं तो उसमें उनके बचपन के कोच राजकुमार शर्मा का बड़ा योगदान रहा है।
वह कहते है न पूत के पाँव पालने में ही दिख जाते है, इसी कहावत को चरितार्थ करते हुए महज 3 साल की उम्र में ही विराट कोहली के पिता ने विराट का दाखिला दिल्ली क्रिकेट एकेडमी में करा दिया।
यही पर विराट कोहली अपने क्रिकेट के प्रथम गुरु कोच राजकुमार शर्मा से मुलाकात हुई। राजकुमार शर्मा प्यार से विराट कोहली को चीकू बुलाते थे जिन्होंने विराट कोहली के जीवन को बदल दिया और सफलता की उस बुलन्दियो पर पंहुचा दिया जिस मुकाम को पाने के लिए सभी सोचते है।
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यही वह वक्त है जब से दोनों साथ हैं। राजकुमार शर्मा ने कोहली को अतंरराष्ट्रीय क्रिकेट का एक चेहरा बनाया। कोहली भी अपने कोच के प्रति हमेशा सम्मान का भाव रखते हैं। आइए दोनों के बीच रिश्तों के कुछ कहानियां..
2014 में टीचर्स डे पर विराट कोहली ने उन्हें स्कोडा रैपिड कार गिफ्ट की थी
अनुभवी खेल पत्रकार विजय लोकपल्ली की किताब ‘ड्रिवन ’ में जिक्र किया गया है। लेखक ने लिखा है कि कैसे एक दिन राजकुमार शर्मा के घर की घंटी बजने पर उन्होंने दरवाजा खोला तो सामने विकास (कोहली का भाई) खड़ा था।
इतनी सुबह उसके भाई के आने से उन्हें चिंता होने लगी। विकास घर के भीतर आया और एक नंबर लगाया और फिर राजकुमार शर्मा को फोन दे दिया। दूसरी ओर विराट फोन पर था जिसने कहा, हैप्पी टीचर्स डे सर।
इसके बाद विकास ने राजकुमार की हथेली पर चाबियों का एक गुच्छा रखा। जब उन्होंने बाहर जाकर देखा तो वहां कार खड़ी थी।
राजकुमार ने कहा, 'बात सिर्फ यह नहीं थी कि विराट ने मुझे तोहफे में कार दी थी बल्कि पूरी प्रक्रिया में उसके जज्बात जुड़े थे और मुझे लगा कि हमारा रिश्ता कितना गहरा है और उसके जीवन में गुरु की भूमिका कितनी अहम है।'
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एंडरसन ने कोहली की बल्लेबाजी पर उंगली उठाई तो राजकुमार ने दिया जवाब
कोहली ने 2015 में मुंबई में खेले गए टेस्ट मैच में 235 रन की धांसू पारी खेली थी जिस पर एंडरसन ने कहा था कि अनुकूल पिचें होने के कारण इस भारतीय बल्लेबाज की कमजोरियां सामने नहीं आ रही हैं।
इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने विराट कोहली की बल्लेबाजी पर उंगली उठाई तो जवाब कोहली ने नहीं बल्कि उनके कोच ने दिया। विराट के कोच राजकुमार शर्मा ने जेम्स एंडरसन को आड़े हाथों लेते हुए उनके बयान को ‘बचकाना’ करार दिया और कहा कि इंग्लैंड के इस तेज गेंदबाज को कोई टिप्पणी करने से पहले खुद के प्रदर्शन पर गौर करना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘भारत तीन मैचों में जीत दर्ज करके सीरीज हासिल कर चुका है और विराट लगातार रन बना रहा है। यह असल में उनकी (एंडरसन) खीझ है। अगर तेज पिचों की ही बात कर रहे हैं तो इंग्लैंड से अधिक तेज विकेट तो ऑस्ट्रेलिया में हैं जहां विराट ने अब तक पांच शतक लगाये हैं। ऑस्ट्रेलिया में उनका प्रदर्शन शानदार रहा है।’
कोहली का आज भी करते हैं मार्गदर्शन
दिल्ली के लिए ऑफ स्पिनर के रूप में नौ रणजी मैच खेलने वाले राजकुमार कहते हैं, ‘माता पिता की तरह प्रत्येक कोच की जिम्मेदारी होती है कि वह अपने शिष्य की प्रगति पर नजर रखे। एक चरण था जब वह सिर्फ 19 साल का था। अंडर 19 वर्ल्ड कप जीत के बाद अचानक स्टारडम मिली और आरसीबी के साथ अनुबंध, बच्चों के साथ ऐसा होता है।’
उन्होंने कहा, ‘ऐसे समय में कोच की भूमिका मायने रखती है. आपको बच्चे का सही मार्गदर्शन करना होता है। यह मेरी जिम्मेदारी थी क्योंकि वह मेरे बेटे की तरह है।’ राजकुमार ने कहा कि कोहली में बेहतरीन बदलाव आया है जहां युवा अब सिर्फ क्रिकेटर ही नहीं बल्कि एक आदर्श के रूप में उसे देख सकते हैं।
कोहली और राजकुमार के बीच गुरू-शिष्य का रिश्ता तो है ही लेकिन राजकुमार कोहली को अपने पुत्र की तरह समझते हैं। वह आज भी कोहली के साथ हर पल खड़े दिखाई देते हैं।
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HIGHLIGHTS
- विराट कोहली तीन साल की उम्र में पहली बार आए कोच राजकुमार शर्मा के पास
- टीचर्स डे में अपने कोच को दी थी स्कोडा कार
- कोहली को बेटे की तरह मानते हैं राजकुमार शर्मा, आज भी हर कदम पर रहते हैं साथ
Source : Sankalp Thakur