मोहाली वनडे में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 4 विकेट से बुरी तरह हरा दिया. भारत द्वारा दिए 359 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी कंगारू टीम ने 13 गेंदों शेष रहते पहाड़ जैसे लक्ष्य को हासिल कर लिया. भारत को हराने में मुख्य रूप से ऑस्ट्रेलिया के तीन बल्लेबाजों ने अहम भूमिका निभाई. सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा, पीटर हैंड्सकॉम्ब और युवा बल्लेबाज एश्टन टर्नर से सबसे बड़ी भूमिका निभाई. टर्नर की 43 गेंदों पर खेली गई 84 रनों की तूफानी पारी ने भारत के जबड़े जीत छीन ली. मैच के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने बातचीत करते हुए डिसिजन रिव्यू सिस्टम (डीआरएस) के प्रति कड़ी नाराजगी जाहिर की. विराट ने कहा कि, "एश्टन टर्नर के खिलाफ फैसला आश्चर्यजनक था. इस सिस्टम पर अब लगभग हर मैच के बाद चर्चा होने लगी है. इस सिस्टम में निरंतरता की कमी है. यह मैच के लिए काफी महत्वपूर्ण समय था."
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दरअसल ऑस्ट्रेलियाई पारी के 44वें ओवर में युजवेंद्र चहल की गेंद पर एश्टन टर्नर के खिलाफ स्टंपिंग की अपील की गई थी. इसके साथ ही रिषभ पंत ने कॉट बिहाइंड की भी अपील की थी. थर्ड अंपायर ने जब पूरे मामले की जांच की तो मालूम चला कि टर्नर स्टंपिंग के वक्त सुरक्षित तरीके से क्रीज के अंदर ही थे, लेकिन स्नीकोमीटर ने टर्नर के बल्ले और गेंद के बीच हुए संपर्क के बारे में बताया था. इसके बावजूद अंपायर ने टर्नर को नॉट आउट करार दिया. अंपायर के इस फैसले से पूरी भारतीय टीम हैरान थी और निराश भी थी.
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उस वक्त एश्टन टर्नर 41 रन के स्कोर पर खेल रहे थे. जिसके बाद उन्होंने अपनी पारी को और भी तेजी से आगे बढ़ाया और टीम को जीत दिलाई. एश्टन टर्नर की मैच जिताऊ पारी और जबरदस्त तूफान के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच भी चुना गया. इस जीत के साथ ही 5 मैचों की सीरीज में 0-2 से पिछड़ रही ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अब 2-2 की बराबरी कर ली है.
Source : Sunil Chaurasia