Virat kohli started crying : दुनिया के खतरनाक बल्लेबाजों में शुमार विराट कोहली (Virat Kohli) के नाम आज दर्जनों रिकॉर्ड दर्ज हैं. इस पूर्व भारतीय कप्तान (Former Indian Captain) को आधुनिक क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक माना जाता है. आज के समय में कोहली के नाम 70 अंतरराष्ट्रीय शतक (70 international century) हैं. कोहली (Virat kohli) ने वर्ष 2008 में श्रीलंका के खिलाफ एकदिवसीय मैच के साथ अपने भारत के करियर की शुरुआत की और वर्ष 2011 में विश्व कप का खिताब जीतने वाले भारतीय टीम का भी हिस्सा थे.
यह भी पढ़ें : PAK vs WI: पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम के निशाने पर विराट कोहली का ये रिकॉर्ड!
भारतीय टीम (Team India) में शामिल होने से पहले कोहली ने अपने राज्य दिल्ली (Delhi) की ओर से खेलते थे, जहां उनका सफर साल 2002 में शुरू हुई था. कोहली ने पहले दिल्ली U15 (Under 15) टीम का प्रतिनिधित्व किया, और चार साल बाद टीम के लिए प्रथम श्रेणी में डेब्यू किया. इस बीच कोहली (Virat kohli) के दिल्ली टीम के साथी खिलाड़ी प्रदीप सांगवान (pradeep sangwan) ने अब कोहली को लेकर अपने U17 दिनों से जुड़ी एक दिलचस्प घटना को याद किया है. सांगवान हाल ही में 2022 इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में गुजरात टाइटंस (Gujarat Titans) की ओर से खेलते नजर आए थे.
सांगवान ने एक साक्षात्कार में उन दिनों को याद करते हुए कहा कि जब क्रिकेट की बात आती है तो कोहली काफी भावुक खिलाड़ियों में एक थे. जब कोहली को अपने बल्ले से रन नहीं बनते थे तो अक्सर रोने लगते थे. सांगवान ने पंजाब में अपने U17 मैच का खुलासा करते हुए कहा, हम पंजाब में एक U17 मैच में खेल रहे थे. कोहली (Virat Kohli) पिछली 2-3 पारियों में बड़ा स्कोर नहीं बना रहा था. हमारे पास अजीत चौधरी नाम का एक कोच था जो उन्हें 'चीकू' (Chiku) कहकर बुलाता था. विराट हमारी टीम के मुख्य खिलाड़ी थे और अजीत सर ने मजाकिया अंदाज में सुझाव दिया, 'चलो उन्हें बता दें कि वह अगले मैच में नहीं खेलेंगे'. हम सभी शरारत में शामिल हुए. टीम की बैठक में अजीत सर ने विराट के नाम की घोषणा नहीं की. वह अपने कमरे में गया और रोने लगा! उन्होंने सर को फोन किया और कहा कि मैंने 200 और 250 रन बनाए हैं. उन्होंने उस सीजन में बड़ा स्कोर किया था.
बात सिर्फ इतनी सी थी कि उन्होंने पिछली 2-3 पारियों में पर्याप्त रन नहीं बनाए. वो इतने भावुक हो गए कि उन्होंने राजकुमार सर (विराट के बचपन के कोच) को भी फोन किया! सांगवान ने उन दिनों को याद करते हुए कहा कि कैसे उन्होंने अंततः कोहली (virat kohli) को रात में सो नहीं पाने के बाद इस पूरी शरारत के बारे में बताया.