साल 2011. इस साल आज ही के दिन भारत के धाकड़ बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) ने वेस्टइंडीज के गेंदबाजों की अच्छे से क्लास लगाई थी. सीरीज का चौथा मैच चल रहा था. सामने टीम थी वेस्टइंडीज. सहवाग की उस पारी के क्या ही कहने. 219 रन के लिए वीरू ने सिर्फ 149 गेंदों का ही सहारा लिया. और इस पारी से उन्होंने अपने गुरु सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोडा था. यानी वन डे का दूसरा दोहरा शतक लगाया था. सहवाग ने इस दोहरे शतक में 25 चौक्के और 7 छक्के लगाए थे. सहवाग की इस करिश्माई पारी के बदौलत भारत ने अभी तक का वन डे इतिहास का सबसे बड़ा स्कोर बना डाला था.
दोहरे शतक की बात करें तो एकदिवसीय मैच में अभी तक 6 लोग ही ये कारनामा कर चुके हैं. और वन डे इतिहास का सबसे बड़ा निजी स्कोर रोहित शर्मा के नाम है, उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ 2014 में 264 रन बनाए थे. वन डे क्रिकेट में पहला दोहरा शतक क्रिकेट के भगवान् सचिन तेंदुलकर ने 2010 में बनाया था. रोहित शर्मा और सचिन के बाद मार्टिन गप्टिल (237*), क्रिस गेल (215) और फखर जमां (210*) ही ये करिश्मा कर चुके हैं.
वन डे क्रिकेट के साथ सहवाग ने टेस्ट में तिहरा शतक मारा है. जिसके बाद क्रिस गेल के साथ वो अकेले ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने वन डे और टेस्ट में दोहरा शतक लगाया है. और हमे लगता है कि सहवाग का ये रिकॉर्ड शायद ही कोई टूटे. सहवाग ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ 319 और पकिस्तान के खिलाफ 309 रन की शानदार पारी खेली थी.
Source : Sports Desk