John Campbell Ban: पहले से ही खराब बल्लेबाजी से जूझ रही वेस्टइंडीज (West Indies) की टीम का हाल बिलकुल वैसा हो गया है कि आसमान से गिरे तो खजूर में अटके. एक तो बल्लेबाजों की कमी और ऊपर से अब सलामी बल्लेबाज पर 4 साल का बैन लगना वेस्टइंडीज की परेशानी बढ़ा सकता है. दरअसल टीम के ओपनर जॉन कैंपबेल (John Campbell) पर चार साल का प्रतिबंध लगाया गया है. ये बैन उनपर एंटी डोपिंग रूल के तहत लगाया गया है.
कैंपबेल पर बैन की पुष्टि जमैका एंटी-डोपिंग कमीशन (JADCO) ने की है. जॉन कैंपबेल पर सैंपल कलैक्ट ना करने देने या पेश होने में असफल रहने के लिए ये बैन लगाया है. तीन मेंबर के स्वतंत्र पैनल ने 18 पन्नों में इस फैसले को जारी किया है. जमैका एंटी-डोपिंग कमीशन ने जॉन पर अप्रैल महीने में अपने घर पर ब्लड सैंपल देने से मना करने का आरोप लगाते हुए फैसला सुनाया है. उन्होंने कहा कि कैंपबेल ने JADCO के नियम 2.3 का उल्लंघन किया है.
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जॉन कैंपबेल ने वेस्टइंडीज के लिए 20 टेस्ट मैच खेलते हुए 26.1 की औसत से 888 रन बनाए हैं. इसमें उनका स्ट्राइक रेट 52.2 का रहा है. इसके अलावा वनडे में उन्होंने 6 मैच खेले हैं. 6 पारियों में 49.6 की औसत और 115.9 की स्ट्राइक रेट से 248 रन बनाए हैं. अगर टी-20 की बात करें तो कैंपबेल ने वेस्टइंडीज के लिए 2 ही टी-20 मैच खेले हैं. इसमें उन्होंने 11 रन बनाए हैं.
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क्या है एंटी डोपिंग नियम ?
आपको बता दें कि डोपिंग का मतलब होता है ऐसे ड्रग्स का सेवन करना जिनपर बैन लगा हो. ऐसे ड्रग्स आपके खेल में सुधार तो कर सकते हैं लेकिन खेल भावना के तहत इसको बेईमानी करना कहा जाता है. इस डोपिंग को रोकने के लिए भारत में कुछ एंटी डोपिंग नियम बनाए गए हैं जिसके तहत खिलाड़ियों पर बैन और जुर्माना लगाने का प्रावधान है.
Source : Sports Desk