क्रिकेट के मैदान पर 22 गज के छोटे से पिच पर अनेकों रिकॉर्ड बने हैं. कुछ रिकॉर्ड ऐसे भी हैं जो लंबे समय तक नहीं भुलाए जाते. कभी रनों का पहाड़ खड़ा हो जाता है तो कभी इतना कम स्कोर बनता है कि पूछो मत. मलेशिया के कुआलालंपुर में भी एक ऐसा ही रोमांचक मैच हुआ, जिसमें दोनों टीमों के 16 बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा तक नहीं छू सके. इनमें से 7 बल्लेबाज तो खाता तक नहीं खोल सके. दिलचस्प बात ये है कि 3 बल्लेबाज पहली ही गेंद पर पवेलियन लौट गए.
मलेशिया (Malaysia) और वानुआतु (Vanuatu) क्रिकेट टीमें आमने-सामने थीं. इस मैच में वानुआतु क्रिकेट टीम (Vanuatu Cricket Team) महज 65 के स्कोर पर सिमट गई. इस लो स्कोरिंग मैच में विपक्षी टीम 65 रन भी नहीं बना सकी और 13 रन से हार गई. वानुआतु के कप्तान एंड्रयू मंसाले ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया लेकिन उनका यह फैसला गलत साबित हो गया.
विपक्षी गेंदबाजों के सामने बल्लेबाजों ने घुटने टेक दिए. टीम के लिए सबसे ज्यादा 12 रन नलिन निपिको ने बनाए. मलेशिया की टीम की ओर से पवनदीप सिंह और नाजरिल रहमान ने 4-4 विकेट चटकाए. वहीं मोगन और सुहारी फेत्री को एक-एक विकेट मिला.
नहले पर दहला
इस छोटे से लक्ष्य का पीछा करने उतरी मलेशियाई टीम भी वानुआतु के गेंदबाजों के घुटने टेक दिए. पैट्रिक मटाउटावा के 5 और स्टीफन के तीन विकेटों की बदौलत मलेशिया की टीम 21.4 ओवर में महज 52 रनों पर सिमट गई. वानुआतु की टीम ने 13 रन से मलेशिया को हरा दिया. मलेशिया की ओर से केवल अमीनुद्दीन ही कुछ संघर्ष कर पाए. उन्होंने सबसे ज्यादा 25 रन बनाए जबकि नजरिल ने 10 रनों का योगदान दिया. इन दोनों के अलावा टीम का कोई खिलाड़ी दहाई का आंकड़ा नहीं छू सका.