Whatt : पाकिस्तान सुपर लीग पीएसएल में पाकिस्तानी कर रहे फिक्सिंग! यहां देखिए सुबूत
पाकिस्तान वैसे तो भारत की बराबरी करने की कोशिश करता है, लेकिन वह न तो अपनी हैसियत देखता है और ना ही औकात. पाकिस्तान में कब, कहां, क्या हो जाए, कोई नहीं जानता.
पाकिस्तान वैसे तो भारत की बराबरी करने की कोशिश करता है, लेकिन वह न तो अपनी हैसियत देखता है और ना ही औकात. पाकिस्तान में कब, कहां, क्या हो जाए, कोई नहीं जानता. भारत में एक क्रिकेट लीग होती है, आईपीएल (IPL). अब तक उसके 12 सीजन को चुके हैं. दुनियाभर के क्रिकेट खिलाड़ी इस लीग में खेलने के लिए तरसते हैं. वहीं पाकिस्तान में भी एक लीग होती है पाकिस्तान सुपर लीग (Pakistan Super League). वहां पाकिस्तान के वे खिलाड़ी खेलते हैं, जो अब टीम से बाहर हो चुके हैं, या फिर कुछ गिने चुने विदेशी खिलाड़ी ही आते हैं. अब इस पीएसएल (PSL) का भांडा फूट गया है, ऐसा लगता है.
पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) 2020 की शुरुआत होने के दो दिन बाद ही एक विवाद ने जन्म ले लिया. मैच के दौरान टीम के एक अधिकारी को डगआउट में फोन पर बात करते हुए देखा गया. लीग में शुक्रवार रात खेले गए दूसरे मैच में कराची किंग्स के अधिकारी को खिलाड़ियों के डगआउट में मोबाइल पर बात करते हुए देखा गया. उनकी टीम इस दौरान पेशवर जाल्मी (Peshawar Zalmi vs Karachi Kings) के खिलाफ फिल्डिंग कर रही थी. इस पूरे प्रकरण को टीवी पर देखा गया और सोशल मीडिया पर इसे खूब शेयर भी किया गया. पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर इस पर टिप्पणी करने वालों में से एक थे. उन्होंने ट्वीट किया, डगआउट में मोबाइल फोन का इस्तेमाल करना गलत है.
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के नियमों के मुताबिक, ड्रैसिंग रूम में खिलाड़ी या टीम प्रबंधन के सदस्य कोई भी मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं कर सकता. ये लोग सिर्फ वॉकी-टॉकी पर बातचीत कर सकते हैं. रिपोर्ट के मुताबिक किंग्स टीम के मीडिया मैनेजर फैजल मिर्जा ने बताया कि जो शख्स फोन का इस्तेमाल करते देखा गया वो टीम के मैनेजर तारिक वासी थे. लेकिन टॉस के दौरान जो टीम शीट जारी की गई थी, उसमें नावेद राशिद को टीम का मैनेजर बताया गया था.
हालांकि, इस पूरे मामले में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड यानी पीसीबी की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है. उधर कराची किंग्स के कोच डीन जोंस ने इस मुद्दे पर सफाई दी है. उसमें कहा गया है कि फोन पर बात करने वाले टीम के सीईओ तारिक हैं. सीईओ सिर्फ अपना काम कर रहे थे और टीम के अभ्यास सत्र की व्यवस्था करने की कोशिश में थे. हालांकि अभी तक इसकी भी पुष्टि नहीं हो सकी है कि फोन पर बात करने वाला व्यकित टीम के सीईओ ही थे. जोंस ने कहा कि टी20 क्रिकेट में सीईओ और मैनेजर को मोबाइल फोन के इस्तेमाल की मंजूरी होती है.