भारतीय टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव ने कहा है कि इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज बॉब विलिस का सामना करना खतरनाक होता था. कपिल देव ने कहा कि बॉब विलिस एक मात्र ऐसे गेंदबाज थे, जिनकी गेंद उन्हें लगी थी. इंग्लैंड के इस पूर्व कप्तान का 70 साल की उम्र में निधन हो गया. कपिल ने अंग्रेजी अखबार 'द हिंदू' से कहा, वो बहुत तेज गेंद थी, मेरी उम्मीद से ज्यादा तेज. वो गेंद मेरे कान पर लगी थी. वो पहली बार था जब मुझे गेंद लगी थी.
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भारत को विश्व कप दिलाने वाले कप्तान ने कहा, विलिस बेहतरीन गेंदबाज थे, उनका रन-अप अलग था. बहुत धाराप्रवाह रनअप नहीं था, लेकिन एक बार गेंद जब उनके हाथ से निकलती तो यह बल्लेबाजों के लिए खतरनाक होती थी. मैंने विलिस को कभी बल्लेबाज पर चिल्लाते नहीं देखा था, न ही उन्हें कभी अंपायर से झगड़ा करते देखा. वह चाहते थे कि उनकी गेंद बात करे. वहीं भारत के एक और पूर्व क्रिकेटर संदीप पाटिल ने कहा कि वह कभी भी विलिस का सामना करने में सहज नहीं रहे. उन्होंने कहा, मैं विलिस का सामना करने में कभी भी सहज नहीं रहा. वह बल्लेबाज के दिमाग में अपनी तेजी खौफ पैदा करते थे.
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बता दें कि इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और अपने समय के जाने माने गेंदबाज बॉब विलिस का पिछले दिनों 70 साल की उम्र में निधन हो गया था. दाएं हाथ के तेज गेंदबाज बॉब विलिस ने 90 टेस्ट मैच में 325 विकेट लिए थे. वे 1984 में रिटायर हो गए थे. 981 में हुई एशेज सीरीज के दौरान हेडिंग्ली में खेले गए तीसरे टेस्ट में इंग्लैंड की जीत में उन्होंने मुख्य भूमिका निभाई. ये मैच इंग्लैंड ने उस स्थिति में जीता, जहां से उसकी हार पक्की लग रही थी. इंग्लैंड के पूर्व कप्तान बॉब विलिस ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत साल 1971 में की थी और आखिरी टेस्ट मैच 1984 में खेला था. उन्होंने 18 टेस्ट मैचों और 29 वनडे मुकाबलों में इंग्लैंड क्रिकेट टीम की कप्तानी की थी. क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद वो कमेंटरी करने लगे. वे हाल में खेली गई एशेज सीरीज में भी कमेंटरी टीम का हिस्सा थे.
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बॉब विलिस ने जून 1971 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट मैच से इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखा था और इसके बाद उन्होंने 1973 में वेस्टइंडीज के खिलाफ वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे क्रिकेट में कदम रखा. भले ही बॉब विलिस का करियर 10 साल के करीब ही रहा, लेकिन उनके 10 साल के करियर में कई ऐसे पल है, जिसे इंग्लिश क्रिकेट कभी नहीं भूल सकता, जिससे सबसे अहम पल 1981 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घातक गेंदबाजी थी. बॉब ने 64 इंटरनेशनल वनडे मैचों में 80 विकेट लिए.
Source : आईएएनएस