भारत में क्रिकेट का भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) के देश-दुनिया में अभी भी लाखों-करोड़ों फैंस है. क्रिकेट में एक दौर था जब सचिन तेंदुलकर के मैदान पर आते ही तालियों की गड़गड़ाहट से उनका स्वागत किया जाता था. हर क्रिकेट फैंस उनके बल्ले से रन बनाने की कामना करते थे. इस बीच भारत के क्रिकेटर मोहित शर्मा (Mohit Sharma) ने एक ऐसी घटना का जिक्र किया है जिससे आप भी कहेंगे कि मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) का उनके जमाने में क्या क्रेज था. मोहित शर्मा (Mohit Sharma) ने बताया कि कैसे उनके प्रशंसक उनके खिलाफ हो गए थे, जब उन्होंने लाहली में मुंबई के खिलाफ हरियाणा के लिए खेलते हुए 2013 में पहली पारी में मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को आउट कर दिया था. मोहित की खुशी जल्द ही निराशा में बदल गई क्योंकि विकेट के बाद स्टेडियम में उनके ही प्रशंसक उन पर गुस्सा करने लगे थे.
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मोहित शर्मा (Mohit Sharma) कहा, अजय जडेजा (Ajay Jadeja) मैदान पर और बाहर दोनों जगह काफी साफ बोलते हैं, जब सचिन पाजी बल्लेबाजी करने आए तो मैं गेंदबाजी कर रहा था. लाहली में विकेट गेंदबाजी के लिए काफी अनुकूल था और अजय भाई ने मुझे गेंदबाजी करने के लिए कहा और सचिन पाजी बोल्ड हो गए. उन्होंने आगे कहा, लेकिन जैसे ही मैं फिल्डिंग करने के लिए वापस अपनी जगह पर पहुंचा, तो मैच देखने के लिए आए प्रशंसकों ने मुझ पर गुस्सा करना शुरू कर दिया. ये हमारे अपने लोग थे और उन्होंने ऐसी बातें कही थीं जैसे मैंने सब कुछ नष्ट कर दिया और मुझे कोई शर्म नहीं है कि मैंने महान व्यक्ति को आउट किया. हरियाणा के इस तेज गेंदबाज ने अवार्ड शो के दौरान कहा, जहां मैं हैरान था, क्योंकि सचिन पाजी यही सब कुछ है और उनकी फैंटेसी और महानता सब कुछ पार कर जाती है. हरियाणा को भारतीय खेलों में उनके अपार योगदान के लिए भारतीय खेल प्रशंसक पुरस्कार 2022 से सम्मानित किया गया. सचिन की वापसी करने की क्षमता और जूनियर्स को ज्ञान प्रदान करने की उनकी इच्छा ही उनकी महानता को परिभाषित करती है और मोहित ने महसूस किया कि जिस तरह से उन्होंने दूसरी पारी में बल्लेबाजी की और मुंबई को जीत के लिए आगे ले गए, वह कुछ ऐसा है जो उनकी पहचान है.
मोहित (Mohit Sharma) ने आगे कहा, ऐसी पिच पर खेलते हुए जहां हर कोई संघर्ष कर रहा था, सचिन पाजी (Sachin Tendulkar) ने टेलेंडर के साथ बल्लेबाजी करते हुए अपनी टीम को अकेले दम पर 75 रन नाबाद बनाकर जीत दिलाई. सचिन तेंदुलकर ही सब कुछ है और पारी के बाद, वह हमारे ड्रेसिंग रूम में आए और बात की. खिलाड़ियों और कठिन ट्रैक से निपटने के तरीके और स्थिति के अनुसार मानसिकता को बदलने के बारे में महत्वपूर्ण सुझाव दिए.