आखिरी टेस्ट मैच में इंग्लैंड के खिलाफ कहर बनकर बरसे करुण नायर जिंदगी और मौत के बीच भी जंग जीत चुके हैं। इसी साल 17 जुलाई को करुण एक नाव में जा रहे थे और वो डूब गई थी। करुण को रेस्क्यू टीम ने बचाया था।
17 जुलाई की सुबह करीब 11.45 बजे करुण एक बड़ी बोट में सवार होकर श्री पार्थसार्थी मंदिर जा रहे थे। इस मंदिर तक पहुंचने के लिए केरल की पम्पा नदी पार करनी पड़ती है। श्रद्धालू केरल में चलने वाली पारंपरिक बड़ी बोट के सहारे ये नदी पार करते हैं।
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नदी पार करने के दौरान उनकी नाव डूब गई थी। इस घटना को याद कर करुण अब भी कांप जाते हैं। करुण जिस नाव में थे उसमें करीब 100 लोग और भी थे।
पार्थसार्थी मंदिर में उस दौरान केरल का त्योहार ‘वल्ला सैद्या’ मनाया जा रहा था। नायर इसी में शामिल होने जा रहे थे। पार्थसार्थी मंदिर के पहले अर्नममुलाला मंदिर पड़ता है। यहीं नाव पलट गई और डूबने लगी।
Source : News Nation Bureau